Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Apr, 2018 10:30 AM
डॉ. भीमराव अंबेडकर ने देश में गरीबों और गरीबी को समझने की नई दृष्टि दी। उन्हें बाबा साहेब के नाम से जाना जाता है। भीमराव अंबेडकर की आज जयंती है।
नई दिल्ली: डॉ. भीमराव अंबेडकर ने देश में गरीबों और गरीबी को समझने की नई दृष्टि दी। उन्हें बाबा साहेब के नाम से जाना जाता है। भीमराव अंबेडकर की आज जयंती है। बाबासाहेब अम्बेडकर की 127वीं जयंती पूरे देश में धूमधाम से मनाई जा रही है। उन्होंने श्रमिकों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। देश के संविधान को आकार देने वाले अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल साल 1891 में हुआ था। कहा जाता है कि वे नौ भाषाओं के जानकार थे। इनके पास कुल 32 डिग्रियां थीं।
डॉ. अंबेडकर की पहली शादी नौ साल की उम्र में रमाबाई से हुई। रमाबाई की मृत्यु के बाद उन्होंने ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखने वाली सविता से विवाह कर लिया। सविता ने भी इनके साथ ही बौद्ध धर्म अपना लिया था।
बीआर अंबेडकर को आजादी के बाद संविधान निर्माण के लिए 29 अगस्त, 1947 को संविधान की प्रारूप समिति का अध्यक्ष बनाया गया। फिर उनकी अध्यक्षता में दो वर्ष, 11 माह, 18 दिन के बाद संविधान बनकर तैयार हुआ।