Edited By Seema Sharma,Updated: 17 May, 2022 01:38 PM
असम में आई बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बाढ़ से 20 जिलों के लगभग दो लाख लोग प्रभावित हुए हैं तथा लगातार बारिश से आए भूस्खलन के कारण रेल एवं सड़क संपर्क टूट गया है।
नेशनल डेस्क: असम में आई बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बाढ़ से 20 जिलों के लगभग दो लाख लोग प्रभावित हुए हैं तथा लगातार बारिश से आए भूस्खलन के कारण रेल एवं सड़क संपर्क टूट गया है। असम और पड़ोसी राज्यों- मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण नदियों में पानी का स्तर बढ़ता जा रहा है। ब्रह्मपुत्र नदी नेमाटीघाट और कामपुर में दोनों जगह खतरे के निशान से अभी भी ऊपर ही बह रही है। वहीं कोपिली नदी में पानी खतरे के निशान के ऊपर बह रहा है।
स्टेशन पर खड़ीं ट्रेनें भी पटरी से पलटी
असम में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण दीमा हसाओ जिले का हाफलोंग स्टेशन पूरी तरह पानी में डूब गया है। बाढ़ में डूबे इस स्टेशन का वीडियो सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे बाढ़ के पानी के बहाव के कारण स्टेशन पर खड़ीं ट्रेनें भी पटरी से पलट गई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के बुलेटिन में बताया गया कि बाढ़ से लगभग 1,97,248 लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें से होजई में 78,157 और कछार में 51,357 लोग प्रभावित हुए हैं।
इस बीच, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (NFR) ने एक विज्ञप्ति में बताया कि भारी भूस्खलन और लगातार बारिश की वजह से पटरियों पर जलजमाव होने के कारण असम के लुमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड में दो दिनों से फंसी दो ट्रेनों के लगभग 2800 यात्रियों को निकालने का काम सोमवार को वायुसेना और अन्य एजेंसियों की मदद से पूरा हो गया।
उसने बताया कि कई यात्रियों को वायुसेना द्वारा निकाला गया क्योंकि शनिवार से जारी लगातार बारिश से बचाव अभियान बाधित हुआ था। दो ट्रेनें दीमा हसाओ जिले में एनएफआर के लुमडिंग खंड में फंसी हुई थीं। विज्ञप्ति के अनुसार प्रभावित क्षेत्र में शनिवार से खंड की लगभग 18 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और 10 से अधिक अन्य ट्रेनों को कुछ समय के लिए टाल दिया गया है।