Edited By Anu Malhotra,Updated: 01 Dec, 2025 01:00 PM

जैसे-जैसे साल 2026 नजदीक आ रहा है, दुनिया भर के लोग नए साल के बारे में उत्सुक और थोड़े चिंतित नजर आ रहे हैं। हर कोई जानना चाहता है कि आने वाला साल किस मोड़ पर खड़ा है। इस बीच, इतिहास के मशहूर भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा की भविष्यवाणियाँ एक...
नेशनल डेस्क: जैसे-जैसे साल 2026 नजदीक आ रहा है, दुनिया भर के लोग नए साल के बारे में उत्सुक और थोड़े चिंतित नजर आ रहे हैं। हर कोई जानना चाहता है कि आने वाला साल किस मोड़ पर खड़ा है। इस बीच, इतिहास के मशहूर भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां एक बार फिर सुर्खियों में हैं।
फ्रेंच ज्योतिषी नास्त्रेदमस ने 1555 में अपनी किताब Les Propheties में कई रहस्यमयी कविताएं लिखी थीं, जिनमें कुछ पंक्तियों को विशेषज्ञ आज की बड़ी घटनाओं से जोड़कर देखने लगे हैं। जबकि नास्त्रेदमस ने सीधे तौर पर 2026 का जिक्र नहीं किया, फिर भी कुछ अंशों को लोग आने वाले साल की घटनाओं से जोड़कर पढ़ रहे हैं।
मधुमक्खियों का रहस्यमयी झुंड
एक कविता में नास्त्रेदमस ने मधुमक्खियों के विशाल झुंड का जिक्र किया है, जिसके कारण रात का अंधेरा गहरा जाएगा। यह सुनने में डरावना लगता है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसे literal नहीं लेना चाहिए। कई संस्कृतियों में मधुमक्खी शक्ति और सत्ता का प्रतीक रही है, इसलिए कुछ लोग इसे राजनीतिक बदलाव या बड़े नेताओं की वापसी के संकेत के रूप में देख रहे हैं।
तिचीनो पर खतरे की चेतावनी
नास्त्रेदमस ने स्विट्जरलैंड के दक्षिणी इलाके तिचीनो के लिए भी एक चेतावनी दी है। उनकी कविता के अनुसार यह क्षेत्र खून से रंग जाएगा। तिचीनो की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के बीच इस भविष्यवाणी ने लोगों में चिंता बढ़ा दी है, लेकिन इसके पीछे की वजह अभी रहस्य ही बनी हुई है।
सात महीने तक चलने वाला संभावित युद्ध
सबसे डरावनी भविष्यवाणी में नास्त्रेदमस ने एक बड़े युद्ध का जिक्र किया है, जो विश्व की महाशक्तियों के बीच सात महीने तक चल सकता है। विशेषज्ञ इसे अंतरराष्ट्रीय तनाव और बढ़ती राजनीतिक उलझनों से जोड़कर देख रहे हैं। कुछ लोग इसे तीसरे विश्व युद्ध के संभावित संकेत के रूप में भी मान रहे हैं, जिसमें विशेष रूप से अमेरिकी राजनीति और डोनाल्ड ट्रंप का नाम कई बार सामने आया है।
जैसा कि विशेषज्ञ बताते हैं, नास्त्रेदमस की कविताएं हमेशा अस्पष्ट और बहुपरतीकात्मक रही हैं। इसलिए यह तय नहीं कहा जा सकता कि ये घटनाएं सच में घटेंगी या नहीं, लेकिन उनके इन रहस्यमयी अंशों ने लोगों के उत्सुकता और चिंता दोनों को बढ़ा दिया है।