Edited By Anu Malhotra,Updated: 20 Sep, 2025 08:21 AM

सोने की चमक एक बार फिर दुनिया भर के निवेशकों को आकर्षित कर रही है। वैश्विक निवेश सलाहकार फर्म जेफरीज के वरिष्ठ रणनीतिकार क्रिस वुड ने लंबी अवधि में गोल्ड की कीमतों को लेकर एक बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि आने वाले वर्षों में सोने की...
नेशनल डेस्क: सोने की चमक एक बार फिर दुनिया भर के निवेशकों को आकर्षित कर रही है। वैश्विक निवेश सलाहकार फर्म जेफरीज के वरिष्ठ रणनीतिकार क्रिस वुड ने लंबी अवधि में गोल्ड की कीमतों को लेकर एक बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि आने वाले वर्षों में सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतें 6,600 डॉलर प्रति औंस के पार जा सकती हैं - और अगर ऐसा हुआ तो भारत में भी सोने की कीमतें ₹2 लाख प्रति 10 ग्राम से ऊपर पहुंचना तय माना जा रहा है।
क्रिस वुड की यह भविष्यवाणी ऐसे वक्त आई है जब अमेरिकी बाजारों में सोने की कीमतें पहले ही $3,700 प्रति औंस का रिकॉर्ड छू चुकी हैं। वर्तमान में ये दरें $3,600 के आसपास स्थिर हैं, लेकिन यह स्पष्ट संकेत है कि बाजार में बुलिश सेंटिमेंट बरकरार है। भारत में भी फिलहाल सोने की कीमतें ₹1,11,000 प्रति 10 ग्राम के आस-पास चल रही हैं।
वुड ने बताया कि उनकी यह गणना 1980 के बुल मार्केट के ऐतिहासिक रुझान, अमेरिका की प्रति व्यक्ति आय में औसत सालाना वृद्धि और वैश्विक मौद्रिक नीतियों की दिशा को ध्यान में रखते हुए की गई है। उन्होंने बताया कि यदि गोल्ड फिर से अमेरिकी औसत आय का 9.9% हिस्सा बनता है - जैसा कि 1980 में था - तो इसकी कीमतें $6,571 प्रति औंस तक जा सकती हैं, जो उनके नए टारगेट $6,600 से बहुत अलग नहीं है।
गौरतलब है कि क्रिस वुड ने सबसे पहले 2002 में सोने के लिए $3,400 का लक्ष्य रखा था, जो दो दशक बाद जाकर पूरा हुआ। लेकिन उनका मानना है कि मौजूदा आर्थिक नीतियों और बाजार की अस्थिरता को देखते हुए यह लक्ष्य पहले ही हासिल हो जाना चाहिए था।
वुड की यह रिपोर्ट न केवल अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए अहम है, बल्कि भारतीय उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए भी चेतावनी है कि आने वाले सालों में सोने की कीमतें एक नई ऊंचाई पर जा सकती हैं। इसका असर शादी-ब्याह, आभूषण व्यापार और गोल्ड इन्वेस्टमेंट से जुड़े हर क्षेत्र पर पड़ेगा।
उनकी ग्रीड एंड फियर रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लोबल पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी को 2002 से ही प्रमुख प्राथमिकता दी गई है। हालांकि बिटकॉइन जैसी नई परिसंपत्तियों के उदय के बाद उसमें कुछ बदलाव हुए, लेकिन क्रिस वुड का भरोसा अब भी गोल्ड पर कायम है - और उनके मुताबिक आने वाले वर्षों में यह भरोसा और भी मजबूत होने जा रहा है।