Edited By Parveen Kumar,Updated: 10 Sep, 2025 07:41 PM

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में हाल ही में आई बाढ़ में 10 महीने की नीतिका ने अपने माता-पिता और दादी को खो दिया। यह दुखद हादसा 30 जून और 1 जुलाई की रात तलवाड़ा गांव में हुआ, जब बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। बाढ़ के दौरान नीतिका के पिता रमेश (31), माँ...
नेशनल डेस्क: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में हाल ही में आई बाढ़ में 10 महीने की नीतिका ने अपने माता-पिता और दादी को खो दिया। यह दुखद हादसा 30 जून और 1 जुलाई की रात तलवाड़ा गांव में हुआ, जब बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। बाढ़ के दौरान नीतिका के पिता रमेश (31), माँ राधा देवी (24) और दादी पूर्णु देवी (59) घर से बाहर निकले ताकि पानी को रोक सकें, लेकिन तीनों लापता हो गए। रमेश का शव मिल चुका है, लेकिन मां और दादी का अब तक पता नहीं चला है।
"राज्य की बच्ची" बनी नीतिका
इस दर्दनाक घटना के बाद, हिमाचल प्रदेश सरकार ने नीतिका को "राज्य की बच्ची" घोषित किया है। इसका मतलब है कि अब उसकी परवरिश, पढ़ाई और भविष्य की ज़िम्मेदारी सरकार उठाएगी।
मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत मिलेगी मदद
नीतिका को मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत शामिल किया गया है। यह योजना 2023 में शुरू की गई थी और इसका मकसद अनाथ बच्चों को पूरा सहयोग देना है। इसके अंतर्गत बच्चों को मिलती हैं:
- भोजन और कपड़े
- शिक्षा और छात्रवृत्ति
- रहने की जगह
- उच्च शिक्षा या व्यवसाय शुरू करने में मदद
- त्योहारों पर विशेष भत्ता
- भविष्य में घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता
सरकार यह सहयोग तब तक देती है, जब तक बच्चा 27 साल का नहीं हो जाता, या जब तक वह आत्मनिर्भर नहीं हो जाता।
"जो बनना चाहेगी, सरकार साथ देगी"
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा, "नीतिका डॉक्टर, इंजीनियर या अधिकारी बनना चाहे – सरकार उसकी हर जरूरत में साथ होगी।"