Edited By Monika Jamwal,Updated: 11 Feb, 2019 04:38 PM
कश्मीर घाटी में अलगाववादियों द्वारा आज आहूत बंद के चलते क्षेत्रभर में आम जनजीवन पर असर पड़ा।
श्रीनगर (मजीद) : कश्मीर घाटी में अलगाववादियों द्वारा आज आहूत बंद के चलते क्षेत्रभर में आम जनजीवन पर असर पड़ा। मीरवायज उमर फारुक और मोहम्मद अशरफ सहराई समेत लगभग एक दर्जन अलगाववादियों को उनके घरों में नजरबंद करने के अलावा बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को भी एहतियातन बंद रखा गया है। जेकेएलएफ चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक बीते तीन दिनों से कोठीबाग पुलिस स्टेशन की हवालात में बंद हैं। इस बीच किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन ने श्रीनगर के डाऊन-टाऊन समेत वादी के सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त किया गया है। श्रीनगर और घाटी के अन्य प्रमुख शहरों और कस्बों में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। हड़ताल का असर सार्वजनिक परिवहन पर भी पड़ा है।
अधिकारियों ने कुपवाड़ा जिले में भट्ट के गृहनगर त्रेहगाम सहित अन्य संवेदनशील स्थानों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी मात्रा में सुरक्षा बलों की तैनाती की है।
यह हड़ताल जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के संस्थापक मकबूल भट्ट की 35वीं बरसी के मौके पर आहूत किया गया है। भट्ट को आज के ही दिन 1984 में तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी और फिर जेल परिसर के अंदर ही उसे दफना दिया गया था। हड़ताल सैयद अली गिलानी, मीरवायज उमर फारूक और मुहम्मद यासीन मलिक की अगुवाई वाले एक अलगाववादी समूह ज्वाइंट रेजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) द्वारा आहूत किया गया है, जिसने भट्ट के अवशेषों को उसके परिवार को सौंपने की मांग दोहराई है।
इस बीच पुलिस ने सोमवार को जे.आर.एल. के कई कार्यकत्र्ताओं को उस समय गिरफ्तार कर लिया जब उन्होने जे.के.एल.एफ. संस्थापक मकबूल भट्ट की बरसी पर उनके अवशेषों की वापसी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। अलगाववादी समूहों की ओर से बुलाई गई हड़ताल को देखते हुए घाटी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर दी थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर के छह पुलिस थानों के इलाकों में प्रतिबंध लगाया गया। नौहट्टा, खानयार, रैनावाड़ी, सफाकदल और महाराजगंज पुलिस थानों के आंतरिक इलाकों और श्रीनगर के मैसूमा में भी लोगों के जुटने पर प्रतिबंध लागू रहा।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबंध लगाए गए थे। अधिकारी ने बताया कि घाटी में ज्यादातर दुकान, पेट्रोल पंप और अन्य कारोबार प्रतिष्ठान बंद रहे। प्रशासन ने कानून व्यवस्था में किसी भी तरह की समस्या की आशंका को देखते हुए बारामुल्ला-बनिहाल रेल सेवा को दिन भर के लिए बंद कर दिया गया था।