Edited By Radhika,Updated: 04 Aug, 2025 11:27 AM

भारत में अब बारिश का मौसम पूरी तरह से आ चुका है। इस मौसम में नमी, तापमान और हवा की चाल में काफी बदलाव आता है। इन दिनों लगभग सभी घरों में एसी का इस्तेमाल होता है, लेकिन मानसून में इसे चलाने का तरीका गर्मियों से थोड़ा अलग होता है।
नेशनल डेस्क: भारत में अब बारिश का मौसम पूरी तरह से आ चुका है। इस मौसम में नमी, तापमान और हवा की चाल में काफी बदलाव आता है। इन दिनों लगभग सभी घरों में एसी का इस्तेमाल होता है, लेकिन मानसून में इसे चलाने का तरीका गर्मियों से थोड़ा अलग होता है। अगर थोड़ी सी सावधानी न बरती जाए, तो न सिर्फ बिजली का बिल बढ़ सकता है, बल्कि हमारी सेहत और एसी की लाइफ पर भी बुरा असर पड़ सकता है। यही वजह है कि बारिश में एसी का इस्तेमाल करते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद अहम है।

बारिश में एसी को 'ड्राई मोड' में चलाएं!
बारिश के मौसम में एसी चलाते समय आपको कुछ खास बातें पता होना ज़रूरी हैं। इस मौसम में सबसे बेहतरीन ऑप्शन होता है 'ड्राई मोड'। यह मोड एसी चलते वक्त कमरे की नमी को हटाता है और साथ ही ठंडक भी बनाए रखता है।
बारिश में हवा में नमी बहुत ज़्यादा होती है, जिससे कमरे में सीलन और चिपचिपाहट महसूस होती है। अगर आप एसी को कूलिंग मोड में चलाते हैं, तो नमी कम नहीं होती है, बल्कि बिजली की खपत ज़्यादा होती है। ड्राई मोड में एसी का कंप्रेसर रुक-रुक कर चलता है, जिससे बिजली की बचत भी होती है और कमरे का माहौल भी आरामदायक बना रहता है। यह मोड खासकर उमस भरे माहौल में काफी फायदेमंद होता है।
क्यों है ड्राई मोड बेहतर?
- नमी कम करता है: यह मोड हवा से अतिरिक्त नमी को सोख लेता है, जिससे चिपचिपी और सीलन भरी हवा से राहत मिलती है।
- बिजली की बचत: कंप्रेसर लगातार चलने के बजाय रुक-रुक कर चलता है, जिससे बिजली की खपत कम होती है।
- आरामदायक माहौल: नमी कम होने से कमरा ज़्यादा ठंडा और आरामदायक महसूस होता है, भले ही तापमान बहुत कम न हो।
- सेहत के लिए बेहतर: नमी से होने वाली एलर्जी, फंगल ग्रोथ और सांस संबंधी समस्याओं से बचाव में मदद करता है।
- एसी की लाइफ: सही मोड में चलाने से एसी पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ता, जिससे उसकी लाइफ बढ़ती है।