Edited By Harman Kaur,Updated: 05 Aug, 2025 06:16 PM

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक इन दिनों चल रही है और इस बार एक बार फिर आम लोगों को राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है। अगर सब कुछ अनुमान के मुताबिक, रहा तो रेपो रेट में 0.25% की और कटौती हो सकती है। इसका सीधा असर होम लोन,...
नेशनल डेस्क: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक इन दिनों चल रही है और इस बार एक बार फिर आम लोगों को राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है। अगर सब कुछ अनुमान के मुताबिक, रहा तो रेपो रेट में 0.25% की और कटौती हो सकती है। इसका सीधा असर होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन समेत सभी तरह के कर्ज की ब्याज दरों पर पड़ेगा।
आरबीआई साल 2025 में अब तक 3 बार रेपो रेट में कटौती कर चुका है। फरवरी में 0.25%, अप्रैल में फिर 0.25% और जून में 0.50% की कटौती के साथ अब तक कुल 1 फीसदी की राहत दी जा चुकी है। वर्तमान में रेपो रेट 5.50% पर है। अब सबकी निगाहें 7 अगस्त को गवर्नर संजय मल्होत्रा की अगली घोषणा पर टिकी हैं।
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क्रेडिट ग्रोथ को मिलेगा बूस्ट
आरबीआई अगर दिवाली से पहले एक बार फिर ब्याज दर घटाता है तो इसका लाभ बैंक ग्राहकों तक पहुंचा सकते हैं। इससे कर्ज सस्ते होंगे और फेस्टिव सीजन में खरीदारी बढ़ने की संभावना है। खासकर होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन की मांग में उछाल देखा जा सकता है।
शेयर बाजार पर असर सीमित
हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत पर टैरिफ बढ़ाने की धमकी और ट्रेड डील की अनिश्चितता के चलते शेयर बाजार में उतनी मजबूती नहीं दिख रही है। विश्लेषकों का मानना है कि मौद्रिक राहत से बाजार में हलचल तो आ सकती है, लेकिन असली बढ़त ट्रेड डील पर निर्भर रहेगी। सेंसेक्स और निफ्टी पिछले कुछ समय से सीमित दायरे में कारोबार कर रहे हैं।