Edited By Rohini Oberoi,Updated: 19 Aug, 2025 11:59 AM

लखनऊ में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 70 साल की बुजुर्ग महिला ने अधिकारियों से दर्दनाक गुहार लगाई है कि मेरा पति मर गया है और उनके 10 साल के बेटे को 25 साल पहले गांव के ही कुछ लोग महज़ 300 रुपये के पुराने कर्ज के लिए उठा ले गए...
नेशनल डेस्क। लखनऊ में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 70 साल की बुजुर्ग महिला ने अधिकारियों से दर्दनाक गुहार लगाई है कि मेरा पति मर गया है और उनके 10 साल के बेटे को 25 साल पहले गांव के ही कुछ लोग महज़ 300 रुपये के पुराने कर्ज के लिए उठा ले गए थे। जिसे सुनकर अधिकारी भी हैरान रह गए। महिला का आरोप है कि तब से उनके बेटे को बंधक बनाकर जबरन मजदूरी कराई जा रही है।
फर्जीवाड़ा कर हड़पी जमीन
मोहनलालगंज तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान निगोहां के दखिना शेखपुर गांव की रहने वाली कुसुमा नाम की बुजुर्ग महिला ने अधिकारियों के सामने अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि उनके पति शिवपाल की 25 साल पहले मौत हो गई थी। इसके बाद गांव के ही अशोक और अनमोल तिवारी उनके घर आए और उनके बेटे राममिलन को यह कहकर ले गए कि उसके बाबा ने 300 रुपये का कर्ज लिया था जिसे उनका बेटा मजदूरी कर चुकाएगा।
यह भी पढ़ें: Digital Arrest: सिर्फ एक कॉल आई और लूट ली बुजुर्ग की सारी जमापूंजी, 'डिजिटल अरेस्ट' का डर दिखाकर लगाया लाखों का चूना
बुजुर्ग महिला ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने न सिर्फ उनके बेटे को बंधक बनाया बल्कि उसे 'मृत' दिखाकर उसका पुश्तैनी मकान भी बेच डाला। अब वे उनकी ज़मीन भी हड़पने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस और प्रशासन ने शुरू की जांच
कुसुमा की दर्दनाक फरियाद सुनकर अधिकारी भी हैरान रह गए। एडीएम सिटी महेंद्र सिंह ने तुरंत इस मामले की गंभीरता को समझते हुए तहसील प्रशासन और पुलिस को जांच के निर्देश दिए।
एसडीएम पवन पटेल ने नायब तहसीलदार को वरासत (विरासत) की जांच कर एक हफ्ते में रिपोर्ट पेश करने को कहा है, जबकि एसीपी रजनीश कुमार वर्मा ने एसओ निगोहां को राममिलन को बंधक बनाए जाने की जांच के आदेश दिए हैं।