Edited By Rohini Oberoi,Updated: 19 Aug, 2025 11:25 AM

उत्तराखंड के हरिद्वार में साइबर ठगी का एक नया मामला सामने आया है। यहां रानीपुर भेल इलाके में रहने वाले 76 साल के एक बुजुर्ग को 'डिजिटल अरेस्ट' का डर दिखाकर 37 लाख रुपये का चूना लगाया गया है। जालसाजों ने उन्हें इतना डराया कि उन्होंने अपनी दो फिक्स्ड...
नेशनल डेस्क। उत्तराखंड के हरिद्वार में साइबर ठगी का एक नया मामला सामने आया है। यहां रानीपुर भेल इलाके में रहने वाले 76 साल के एक बुजुर्ग को 'डिजिटल अरेस्ट' का डर दिखाकर 37 लाख रुपये का चूना लगाया गया है। जालसाजों ने उन्हें इतना डराया कि उन्होंने अपनी दो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भी तुड़वा दीं।
सीबीआई-ईडी के नाम पर डराया
11 अगस्त को बुजुर्ग के पास एक अनजान नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को सरकारी अधिकारी बताया और कहा कि उनके आधार और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर अवैध बैंक खाते खोले गए हैं जिनमें 400 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। इसके बाद ठगों ने उन्हें सीबीआई, आरबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों की जांच का डर दिखाया।
बुजुर्ग को तीन दिनों तक लगातार वीडियो कॉल पर रखा गया जिससे उन्हें ऐसा लगने लगा कि वे सच में 'डिजिटल अरेस्ट' में हैं और घर से बाहर नहीं जा सकते।
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FD तुड़वाकर लूटे पैसे
ठगों ने बुजुर्ग को यह कहकर गुमराह किया कि उनके सभी खातों की जांच की जानी है और इसी बहाने उनसे अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए। डर के मारे बुजुर्ग ने तुरंत अपनी दो FD तुड़वा दीं और कुल 37 लाख रुपये जालसाजों के खातों में जमा करा दिए।
पुलिस ने शुरू की जांच
साइबर अपराध पुलिस स्टेशन के डिप्टी एसपी अंकुश मिश्रा ने बताया कि इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली गई है। पुलिस अब उन बैंक खातों की जानकारी जुटा रही है जिनमें पैसे ट्रांसफर किए गए हैं। साथ ही यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ठगों तक कैसे पहुंचा जाए। यह मामला दिखाता है कि साइबर अपराधी किस तरह नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं।