Edited By Mansa Devi,Updated: 09 Aug, 2025 11:37 AM

भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना, जो मुंबई और अहमदाबाद को जोड़ेगी, के पूरा होने में हो रही देरी को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने लोकसभा में बताया कि यह महत्वाकांक्षी परियोजना अब 2027 तक पूरी होने की उम्मीद है, जबकि...
नेशनल डेस्क: भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना, जो मुंबई और अहमदाबाद को जोड़ेगी, के पूरा होने में हो रही देरी को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने लोकसभा में बताया कि यह महत्वाकांक्षी परियोजना अब 2027 तक पूरी होने की उम्मीद है, जबकि पहले इसे 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य था।
क्यों हो रही है देरी?
रेल मंत्री ने बताया कि परियोजना में देरी का मुख्य कारण महाराष्ट्र में ज़मीन अधिग्रहण में आई रुकावट थी, जिसकी वजह से 2021 तक काम प्रभावित रहा। हालाँकि, 2021 के बाद से ज़मीन अधिग्रहण में तेज़ी आई है और अब तक पूरे प्रोजेक्ट के लिए 1389.5 हेक्टेयर ज़मीन का अधिग्रहण पूरा हो चुका है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि अब यह कॉरिडोर बिना किसी रुकावट के अपने निर्धारित समय पर पूरा हो जाएगा।
काम की प्रगति और समय सीमा
सूरत से बिलिमोरा खंड: रेल मंत्री के अनुसार, इस हाई-स्पीड कॉरिडोर का पहला खंड जुलाई या अगस्त 2026 तक चालू हो जाएगा।
वापी से साबरमती खंड: गुजरात वाला यह हिस्सा दिसंबर 2027 तक पूरा करने की योजना है।
पूरी परियोजना: बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स से साबरमती तक की पूरी परियोजना दिसंबर 2029 तक पूरी होने की उम्मीद है।
रेल मंत्री ने यह भी बताया कि इस परियोजना के लिए सभी ज़रूरी कानूनी और वैधानिक मंज़ूरियां प्राप्त कर ली गई हैं और सभी सिविल ठेके भी दे दिए गए हैं।
अब तक कितना काम हुआ?
कुल 12 स्टेशनों में से 8 स्टेशनों पर नींव का काम पूरा हो चुका है।
महाराष्ट्र के 3 स्टेशनों (ठाणे, विरार, बोईसर) पर काम चल रहा है, जबकि बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्टेशन पर खुदाई का काम अंतिम चरण में है।
गुजरात और महाराष्ट्र में 16 नदी पुलों और सुरंगों का निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है।