'QR कोड' से वक्फ बिल रोकेंगे मुस्लिम संगठन, अपनाया हाईटेक तरीका​​​​​​​

Edited By Updated: 09 Sep, 2024 04:26 PM

muslim organizations will stop waqf bill through qr code

मुस्लिम संगठनों ने वक्फ संशोधन बिल के विरोध में एक नई मुहिम शुरू की है। मुस्लिम संगठनों ने एक विशेष QR कोड बनाया है। इस QR कोड की मदद से लोग सीधे उस पेज पर जा सकते हैं जहां इस बिल के खिलाफ अपनी राय दर्ज की जा सकती है। यह कोड लोगों को आसानी से विरोध...

नेशनल डेस्क : मुस्लिम संगठनों ने वक्फ संशोधन बिल के विरोध में एक नई मुहिम शुरू की है। मुस्लिम संगठनों ने एक विशेष QR कोड बनाया है। इस QR कोड की मदद से लोग सीधे उस पेज पर जा सकते हैं जहां इस बिल के खिलाफ अपनी राय दर्ज की जा सकती है। यह कोड लोगों को आसानी से विरोध दर्ज कराने में मदद करेगा और उनकी आवाज को सुनी जाएगी। आल इंडिया मिल्ली काउंसिल ने बीते शुक्रवार को बेंगलुरू में इस मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण मीटिंग का आयोजन किया। इस मीटिंग में वक्फ बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और जागरूकता अभियान को लेकर योजनाएं बनाई गईं। मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि पूरे देश में इस बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे और अधिक से अधिक मुसलमानों को एकजुट किया जाएगा।

बिल को खिलाफ सभी मुस्लिम संगठन एकजुट हो रहे
आपको बता दें कि वक्फ संशोधन बिल को लेकर तमाम मुस्लिम संगठन एकजुट हो रहे हैं और इस बिल के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। यह बिल संसद में लाया गया था, और विपक्ष के विरोध के बाद इसे संसद की संयुक्त समिति के पास भेजा गया है। फिलहाल, इस बिल पर चर्चा हो रही है और जरूरी बदलावों के बाद इसे फिर से सरकार के पास भेजा जाएगा। इसके बाद, यह बिल संसद में दोबारा पेश होगा और बहस के बाद कानून बनेगा।

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राष्ट्रपति की मंजूरी और कानून का लागू होना
वक्फ संशोधन बिल को कानून बनाने के लिए राष्ट्रपति की मंजूरी की आवश्यकता होगी। वर्तमान में, सरकार ने इस बिल में प्रस्तावित संशोधन के बारे में आम लोगों से सुझाव मांगे हैं। सरकार ने इस बिल पर सार्वजनिक सुझाव आमंत्रित किए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बिल में सभी पक्षों की चिंताओं और सुझावों को शामिल किया जाए। यह प्रक्रिया तब तक जारी रहेगी जब तक कि बिल को अंतिम रूप नहीं दिया जाता और राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए प्रस्तुत नहीं किया जाता।

मुस्लिम संगठनों की अपील
इस प्रक्रिया के दौरान, मुस्लिम संगठनों ने देश के मुस्लिम समाज से अपील की है कि वे इस बिल के विरोध में अपनी आवाज उठाएं। संगठनों का कहना है कि यह बिल मुस्लिम समुदाय के हित में नहीं है और इसके खिलाफ व्यापक विरोध दर्ज किया जाना चाहिए। मुस्लिम संगठन लोगों को इस बिल के विरोध में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। इसके लिए सोशल मीडिया, विरोध प्रदर्शन, और अन्य प्लेटफार्मों का उपयोग किया जा रहा है।  मुस्लिम संगठनों का कहना है कि अगर अधिक से अधिक लोग इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेंगे, तो इससे बिल को लेकर सही जनमत बन सकेगा और बदलाव संभव हो पाएंगे।

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सोशल मीडिया पर विरोध की मुहिम
मुस्लिम संगठनों ने इस बिल के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया पर एक मुहिम शुरू की है। इसके तहत, उन्होंने एक विशेष QR कोड बनाया है, जिसकी मदद से लोग सीधे उस पेज पर जा सकते हैं जहां इस बिल के खिलाफ अपनी राय दर्ज की जा सकती है।

बेंगलुरू में मीटिंग और विरोध प्रदर्शन
बीते शुक्रवार को बेंगलुरू में आल इंडिया मिल्ली काउंसिल ने एक महत्वपूर्ण मीटिंग का आयोजन किया। इस मीटिंग में वक्फ संशोधन बिल के विरोध को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। मीटिंग में सर्व सम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया कि वक्फ बिल के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। इसका उद्देश्य बिल के विरोध में जनता की आवाज को मजबूत करना और इसे लेकर जागरूकता फैलाना है।संगठन ने यह भी निर्णय लिया कि इस बिल के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा मुसलमानों को एकजुट किया जाएगा। इसके तहत विभिन्न अभियान और गतिविधियाँ चलाने की योजना बनाई जाएगी, ताकि मुस्लिम समुदाय के लोग एकजुट होकर इस बिल का विरोध कर सकें और इसके खिलाफ अपनी आवाज उठा सकें।

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सरकार का तर्क
सरकार का कहना है कि यह बिल मुस्लिम समुदाय के हित में है। इसके अनुसार, इस बिल से वक्फ बोर्ड की संपत्तियों का रखरखाव आसान होगा और विवादित संपत्तियों का समाधान करना भी सरल होगा। इस प्रकार, वक्फ संशोधन बिल पर चल रही बहस और विरोध की गतिविधियाँ देशभर में जारी हैं, और मुस्लिम संगठन इसे लेकर सक्रिय रूप से जनता को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं।

 

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