Edited By Anil dev,Updated: 18 Feb, 2021 11:35 AM
भारत में कोविड-19 कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 12,881 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,09,50,201 हो गए। वहीं, 101 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,56,014 हो गई ।
नेशनल डेस्क: भारत में कोविड-19 कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 12,881 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,09,50,201 हो गए। वहीं, 101 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,56,014 हो गई । इस तरह देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,09,50,201 हो गई है। वहीं, इस दौरान 101 लोगों ने संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई है, इसके बाद कोरोना मृतकों की संख्या बढ़कर 1,56,014 हो गई है।
India reports 12,881 new #COVID19 cases, 11,987 discharges, and 101 deaths in the last 24 hours, as per Union Health Ministry
Total cases: 1,09,50,201
Total discharges: 1,06,56,845
Death toll: 1,56,014
Active cases: 1,37,342
Total Vaccination: 94,22,228 pic.twitter.com/m4dzrdcOHd
— ANI (@ANI) February 18, 2021
वहीं अब तक 94 लाख से अधिक लोगों को कोरोन वायरस वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन किया गया है। बीते दिन 4,22,998 लोगों को वैक्सीन दी गई। अब तक कुल 37 लोगों को टीकाकरण के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि 29 लोगों की मौत हुई है। टीकाकरण के खिलाफ अस्पताल में भर्ती का प्रतिशत 0.0004 फीसदी है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'अभी तक कोरोना टीका से एक भी लोगों की मौत की सूचना मिली है।
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 17 फरवरी तक 20,87,03,791 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की जा चुकी है। इनमें से 7,26,562 नमूनों की जांच बुधवार को की गई थी। आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में वायरस से जिन 101 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 40, केरल के 16 और पंजाब के 10 लोग थे। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से अभी तक कुल 1,56,014 लोगों की मौत हुई हैं, जिनमें से महाराष्ट्र के 51,631, तमिलनाडु के 12,438, कर्नाटक के 12,276, दिल्ली के 10,894, पश्चिम बंगाल के 10,237, उत्तर प्रदेश के 8,707 और आंध्र प्रदेश के 7,165 लोग थे। स्वा