Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Dec, 2025 12:54 PM

देश में युवाओं में अचानक होने वाली मौतों को लेकर चिंता लगातार बढ़ रही है। इस बीच दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के संयुक्त शोध ने इस मुद्दे पर महत्वपूर्ण जानकारी दी है। शोध के प्रारंभिक...
नेशनल डेस्क: देश में युवाओं में अचानक होने वाली मौतों को लेकर चिंता लगातार बढ़ रही है। इस बीच दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के संयुक्त शोध ने इस मुद्दे पर महत्वपूर्ण जानकारी दी है। शोध के प्रारंभिक निष्कर्षों से स्पष्ट हुआ है कि युवाओं में अचानक मौतों का कोविड-19 वैक्सीन से कोई संबंध नहीं है।
दिल के दौरे को माना मुख्य कारण
AIIMS दिल्ली के पैथोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. सुधीर अरावा ने बताया कि शोध में युवाओं में अचानक मौतों के कारणों का विश्लेषण किया गया। अध्ययन में पाया गया कि अधिकतर मौतें दिल के दौरे (Heart Attack) के कारण हुई हैं। जब कोरोनरी धमनियां अवरुद्ध हो जाती हैं, तो हृदय सामान्य रूप से काम नहीं कर पाता और अचानक मौत का खतरा बढ़ जाता है।
यह शोध एक वर्षीय अध्ययन पर आधारित है और इसके निष्कर्ष ICMR की पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं। डॉ. अरावा ने यह भी बताया कि इससे पहले भारत में इस तरह की मौतों का कोई व्यवस्थित दस्तावेजीकरण नहीं हुआ था, लेकिन इस शोध ने इसे दर्ज किया।
जीवनशैली की भूमिका
शोध में यह भी पाया गया कि युवाओं की जीवनशैली इस मामले में एक बड़ा कारक हो सकती है। डॉ. अरावा ने कहा कि आजकल युवाओं में अत्यधिक शराब का सेवन, अनियमित खानपान और शारीरिक गतिविधियों की कमी आम हैं, जो दिल के दौरे का खतरा बढ़ा सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपनी जीवनशैली सुधारने और स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह दी।
आनुवंशिकी पर आधारित शोध भी जारी
डॉ. अरावा ने बताया कि अब आनुवंशिक विश्लेषण पर आधारित शोध भी चल रहा है। इसके परिणाम से युवाओं में अचानक मौतों के अन्य पहलू भी सामने आएंगे, जिससे और बेहतर समझ विकसित होगी।
COVID 19 vaccine और मौतों का कोई संबंध नहीं
शोधकर्ताओं से जब पूछा गया कि क्या कोविड-19 टीकाकरण और युवाओं की अचानक मौतों का कोई संबंध है, तो डॉ. अरावा ने स्पष्ट किया कि शोध के निष्कर्षों से यह पूरी तरह साफ हुआ कि वैक्सीन का इस प्रकार की मौतों से कोई लेना-देना नहीं है। इस अध्ययन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कोविड-19 वैक्सीनेशन युवाओं के लिए सुरक्षित है और अचानक मौतों के मामलों का कारण मुख्यतः हृदय से जुड़ी स्वास्थ्य स्थितियां हैं।