Edited By Shubham Anand,Updated: 18 Dec, 2025 04:11 PM

संसद के शीतकालीन सत्र में प्रियंका गांधी ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से चंडीगढ़-शिमला रूट और मनरेगा में हो रहे बदलावों को लेकर सवाल किया। उन्होंने जून से मुलाकात का समय मांगा था। नितिन गडकरी ने तुरंत जवाब देते हुए कहा कि...
नेशनल डेस्क : संसद का शीतकालीन सत्र इस बार काफी हंगामेदार रहा। इस सत्र में विभिन्न महत्वपूर्ण और विवादास्पद विषयों पर बहस हुई, लेकिन सबसे अधिक चर्चा मनरेगा की जगह लाए गए नए बिल और उससे जुड़े बदलावों को लेकर हो रही है। गुरुवार को लोकसभा के प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस नेता और केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने प्रदूषण, पर्यावरण और मनरेगा में हो रहे बदलावों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस दौरान संसद में उपस्थित केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से विशेष ध्यान देने और अपने क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर बातचीत का समय देने का अनुरोध किया।
प्रियंका गांधी ने क्यों मांगा मुलाकात का समय
प्रियंका गांधी ने प्रश्नकाल के दौरान विशेष रूप से चंडीगढ़-शिमला रूट को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से सवाल किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जून महीने से ही वह अपने संसदीय क्षेत्र के विकास और कार्यों के लिए मंत्री से मिलने का समय मांग रही हैं, लेकिन अब तक उनके अनुरोध का कोई जवाब नहीं मिला। प्रियंका ने संसद में कहा कि उनका यह निवेदन केवल उनके क्षेत्र के नागरिकों और उनके कामों के लिए है, इसलिए उन्हें उचित समय देकर समस्या का समाधान किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह सवाल केवल उनके संसदीय क्षेत्र के विकास के लिए नहीं बल्कि जनता की भलाई के लिए भी है।
पीएम @narendramodi का नारा रहा है -
संसाधनों पर सबका हक। सबका साथ, सबका विकास।।
इसको चरितार्थ करने में लगे रहते हैं केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री @nitin_gadkari @INCIndia सांसद @priyankagandhi आज अपने संसदीय क्षेत्र में सड़क निर्माण को लेकर गडकरी से मिली।
हाथों हाथ समाधान। pic.twitter.com/Bho4RfHpu1
— Ravindra Kumar (Singh) (@ravindrak2000) December 18, 2025
नितिन गडकरी का तुरंत और सकारात्मक जवाब
प्रियंका गांधी के सवाल और मुलाकात के अनुरोध के जवाब में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की अपॉइंटमेंट की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उनके कार्यालय के दरवाजे सांसदों के लिए हमेशा खुले रहते हैं। गडकरी ने प्रियंका से कहा कि वह प्रश्नकाल समाप्त होने के तुरंत बाद उनके संसद कार्यालय आएं, ताकि वे उनसे सीधे बातचीत कर सकें और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों को विस्तार से सुन सकें। इस जवाब से यह स्पष्ट हुआ कि मंत्री पारदर्शिता और संवाद को महत्व देते हैं और संसदीय कार्यों के लिए समय निकालने में हमेशा तत्पर रहते हैं।
प्रश्नकाल के बाद हुई मुलाकात
प्रश्नकाल समाप्त होते ही प्रियंका गांधी सीधे नितिन गडकरी के संसद कार्यालय पहुँची और उनके साथ विस्तृत बातचीत की। इस मुलाकात में नितिन गडकरी ने प्रियंका गांधी को चावल से बनी एक डिश भी खिलाई। यह छोटी-सी पहल दर्शाती है कि सांसद और केंद्रीय मंत्री के बीच व्यक्तिगत स्तर पर भी संवाद और आपसी सम्मान का माहौल मौजूद है। इस मुलाकात में प्रियंका गांधी ने अपने क्षेत्र से जुड़े अनेक विकास और सड़क मार्ग संबंधी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की और गडकरी ने उन्हें गंभीरता से सुना।