भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ रहे कर्मवीरों में से एक सबसे उम्रदराज व्यक्ति के उपचार के
नई दिल्ली: भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ रहे कर्मवीरों में से एक सबसे उम्रदराज व्यक्ति के उपचार के दौरान संक्रमित हुई नर्स इलाज के बाद ठीक हो गई हैं। अब वह फिर से आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी पर जाना चाहती हैं। नर्स का कहना कि वह पहले की तरह उसी जुनून से कोरोना संक्रमितों की सेवा करना चाहती हैं।
सबसे उम्रदराज़ मरीज भी हुई ठीक
पिछले शुक्रवार को 32 वर्षीय रेशमा मोहनदास को संक्रमण से मुक्त होने के बाद यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल से छुट्टी दी गई थी। वह अब घर पर 14 दिन क्वारंटाइन रहेंगी। देश के सबसे उम्रदराज संक्रमित मरीज 93 वर्षीय थॉमस अब्राहम और उनकी पत्नी 88 वर्षीय मरियम्मा को भी ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई। अब्राहम के ठीक होने को चिकित्सा जगत में एक चमत्कार बताया जा रहा है। इन दोनों के अलावा रेशमा भी घर के लिए रवाना हुई थी, लेकिन इस संकल्प के साथ कि 2 सप्ताह अनिवार्य रूप से आइसोलेशन रहने के बाद वह वापस आकर फिर से मरीजों की सेवा में लग जाएंगी।
बुजुर्गों की देखभाल करना अच्छा लगता है- नर्स
12 मार्च से थॉमस और मरियम्मा की देखभाल करने वाली नर्स का मानना है कि उसे संक्रमण इसलिए हुआ क्योंकि वह उन दोनों के काफी निकट रहती थी और दोनों से अक्सर बातें करती थी और दोनों मास्क नहीं पहनते थे। क्योंकि वे उसमें सहज नहीं थे रेशमा ने कहा कि उन्हें उन दोनों की सभी जरूरतों का ख्याल रखना पसंद था. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे थोड़ा भी तनाव नहीं था मुझे बुजुर्गों की देखभाल करना अच्छा लगता है।
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