Edited By Pardeep,Updated: 17 Sep, 2025 11:05 PM

गत रविवार शाम को जब पूर्वोत्तर भारत में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया, तो हर तरफ अफरा-तफरी मच गई। लेकिन इसी डर के माहौल में, असम के नागांव ज़िले के एक अस्पताल में दो नर्सों ने जो किया, वह पूरे देश के लिए एक मिसाल बन गया।
नेशनल डेस्कः गत रविवार शाम को जब पूर्वोत्तर भारत में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया, तो हर तरफ अफरा-तफरी मच गई। लेकिन इसी डर के माहौल में, असम के नागांव जिले के एक अस्पताल में दो नर्सों ने जो किया, वह पूरे देश के लिए एक मिसाल बन गया।
नवजात बच्चों को सीने से लगाकर बचाया
यह घटना अस्पताल के नीओनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (NICU) की है, जहां नवजात शिशु भर्ती थे। अचानक ज़मीन हिलने लगी, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य मेडिकल उपकरण इधर-उधर डगमगाने लगे। लेकिन दो नर्सें बिना डरे आगे आईं—
यह पूरी घटना अस्पताल की CCTV फुटेज में कैद हो गई और अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
भूकंप का केंद्र और असर
भूकंप का केंद्र असम के उदालगुरी ज़िले में था, लेकिन इसका असर मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और भूटान तक महसूस किया गया। 90 मिनट के भीतर तीन आफ्टरशॉक्स (भूकंप के झटके) और आए, जिससे डर का माहौल और गहरा गया। उदालगुरी में एक छात्रावास की छत गिरने से दो लड़कियां घायल हो गईं। दर्रांग, होजई और नलबाड़ी जिलों में कई मकानों में दरारें आ गईं।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं:
इस वीडियो को देखने के बाद कई लोगों ने नर्सों की तारीफ करते हुए भावुक टिप्पणियां कीं:
एक यूज़र ने लिखा:"रिस्पेक्ट। मेरी मां भी एक नर्स थीं, इसलिए मुझे पता है कि नवजात बच्चों की देखभाल में कितनी जिम्मेदारी होती है। ये वीडियो देखकर गर्व महसूस हुआ।"
दूसरे ने कहा:"जहां लोग सबसे पहले अपनी जान बचाने की सोचते हैं, इन नर्सों ने उन मासूमों को बचाया जो खुद कुछ नहीं कर सकते। ये सच्ची इंसानियत है।"
तीसरे यूज़र ने लिखा:"ये हैं असली हीरो — पेशेवरता, समर्पण और मानवता एक साथ। इन दोनों नर्सों को दिल से सलाम।"
असम क्यों भूकंप के लिहाज़ से संवेदनशील है?
असम भारत के सबसे अधिक भूकंप संभावित क्षेत्रों में आता है (Seismic Zone V)। यहां भारतीय टेक्टोनिक प्लेट और यूरेशियन प्लेट के बीच लगातार हलचल होती रहती है, जिससे बार-बार भूकंप आते हैं। सरकार और आपदा प्रबंधन एजेंसियां लगातार लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रही हैं।
सलाम इन नर्सों को!
जब हर कोई जान बचाने के लिए भाग रहा था, इन नर्सों ने मानवता की मिसाल पेश की। ये वीडियो हमें याद दिलाता है कि आपदा के समय भी कुछ लोग ऐसे होते हैं जो निस्वार्थ भाव से दूसरों की जान बचाने में जुटे रहते हैं।