Edited By Pardeep,Updated: 14 Dec, 2025 09:41 PM

दिल्ली-NCR में GRAP-4 लागू, बच्चों की सेहत को देखते हुए नोएडा और गाजियाबाद में स्कूलों पर बड़ा फैसला
नेशनल डेस्कः दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंचने के बाद सरकार ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP-4) लागू कर दिया है। हवा की बिगड़ती गुणवत्ता का सबसे ज्यादा असर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों पर पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने स्कूलों और कोचिंग संस्थानों के संचालन को लेकर अहम निर्देश जारी किए हैं। गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) और गाजियाबाद जिले में पढ़ाई के तरीकों में बदलाव किया गया है ताकि बच्चों की सेहत सुरक्षित रहे।
गौतमबुद्ध नगर (नोएडा): 5वीं तक पूरी तरह ऑनलाइन पढ़ाई
गौतमबुद्ध नगर के जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा जारी आदेश के अनुसार 15 दिसंबर से प्री-नर्सरी से कक्षा 5 तक की सभी कक्षाएं पूरी तरह ऑनलाइन संचालित की जाएंगी। कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की पढ़ाई हाइब्रिड मोड में होगी, यानी जरूरत पड़ने पर ऑनलाइन और जहां संभव हो वहां ऑफलाइन कक्षाएं भी लगाई जा सकेंगी।
यह आदेश सरकारी स्कूलों, CBSE, ICSE, मदरसा बोर्ड और सभी कोचिंग संस्थानों पर समान रूप से लागू रहेगा। प्रशासन ने साफ चेतावनी दी है कि आदेश का उल्लंघन करने वाले स्कूलों और कोचिंग संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह व्यवस्था अगले आदेश तक लागू रहेगी।
गाजियाबाद में भी सख्त निर्देश लागू
गाजियाबाद जिले में भी प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए स्कूलों और कोचिंग सेंटरों के लिए कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। 14 दिसंबर से प्री-नर्सरी से कक्षा 5 तक की कक्षाएं ऑनलाइन मोड में चलेंगी। कक्षा 6 से 9 और कक्षा 11 की पढ़ाई हाइब्रिड मोड में होगी।
यह आदेश भी सभी बोर्डों के स्कूलों और कोचिंग संस्थानों पर लागू होगा। जिला प्रशासन ने सभी स्कूल प्रबंधन को आदेश का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
AQI 400 के पार, प्रदूषण बेहद गंभीर
दिल्ली-एनसीआर, गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 से ऊपर दर्ज किया गया है, जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है। इसी वजह से GRAP-4 लागू करना जरूरी हो गया। GRAP-4 के तहत BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल वाहनों पर रोक, निर्माण कार्यों और खनन गतिविधियों पर पूरी तरह प्रतिबंध और प्रदूषण फैलाने वाली अन्य गतिविधियों पर कड़ी पाबंदियां लगाई गई हैं।
प्रशासन की अपील
प्रशासन का कहना है कि ये सभी कदम बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को प्रदूषण से बचाने के लिए उठाए गए हैं। अभिभावकों से भी अपील की गई है कि वे बच्चों को बेवजह बाहर न निकालें और ऑनलाइन पढ़ाई में पूरा सहयोग करें।