Edited By ,Updated: 11 Feb, 2017 03:07 PM

तमिलनाडु के कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम और एआईएडीएमके महासचिव शशिकला के बीच वर्चस्व
नई दिल्लीः तमिलनाडु के कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम और एआईएडीएमके महासचिव शशिकला के बीच वर्चस्व की लड़ाई लगातार जारी है। तमिलनाडु के कार्यवाहक मुख्यमंत्री आे पनीरसेल्वम के खेमे में आज अन्नाद्रमुक के दो सांसदों के शामिल हो जाने पर उनके पक्ष को मजबूती मिली है। नामक्कल और कृष्णागिरी से अन्नाद्रमुक के सांसद पी आर सुंदरम और के अशोक कुमार ने पार्टी की महासचिव वी के शशिकला के खिलाफ बगावत करने वाले पनीरसेल्वम को आज अपना समर्थन दे दिया। उन्होंने अपनी पूर्ववर्ती दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के पॉयस गार्डन स्थित आवास को स्मारक में तब्दील कर देने के लिए एक हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया है। इससे पहले उन्होंने इस संदर्भ में घोषणा भी की थी।
शशिकला ने गवर्नर काे लिखा पत्र
अन्नाद्रमुक में राजनीतिक तकरार अपने आप में बहुत दुर्लभ है लेकिन पनीरसेल्वम ने सात फरवरी को शशिकला के खिलाफ खुला विद्रोह कर दिया था। इससे दो दिन पहले ही शशिकला के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ करने के लिए उन्हें विधायी दल का नेता चुना गया था। पनीरसेल्वम ने आरोप लगाया था कि शशिकला के मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त करने के लिए उन्हें इस्तीफा देने पर मजबूर किया गया। वहीं, शशिकला ने राज्यपाल सी विद्यासागर राव को चिट्ठी लिखकर तमिलनाडु के हित में जल्द फैसला लेने की मांग की है। साथ ही उन्होंने राज्यपाल से अपने समर्थक विधायकों के साथ आज मिलने का वक्त मांगा है। इस खींचतान के बीच राजभवन के वो नोट भी सामने आए हैं, जिनमें राज्यपाल ने लिखा है कि वो संवैधानिक तौर पर बाध्य हैं और शशिकला को मुख्यमंत्री पद की शपथ का न्योता नहीं दे सकते।