Edited By Mehak,Updated: 09 Dec, 2025 12:42 PM

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि उनका प्रशासन विदेशी कृषि उत्पादों पर नए टैरिफ लगा सकता है, जिसमें भारत का चावल और कनाडाई उर्वरक शामिल हैं। व्हाइट हाउस में किसानों के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि सस्ते विदेशी चावल से अमेरिकी...
नेशनल डेस्क : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि उनका प्रशासन विदेशी कृषि उत्पादों पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की तैयारी में है। इनमें भारत से आने वाला चावल और कनाडा का उर्वरक (Canadian Fertilizer) भी शामिल हो सकता है। व्हाइट हाउस में हुई एक बैठक के दौरान ट्रंप ने यह बात कही। यह बैठक उस समय आयोजित की गई थी जब अमेरिकी किसानों के लिए 12 अरब डॉलर के सहायता पैकेज की घोषणा की गई।
सस्ते विदेशी चावल से अमेरिकी किसान परेशान
बैठक में शामिल किसानों का कहना था कि भारत, थाईलैंड और चीन जैसे देश अमेरिकी बाजार में बहुत कम कीमत पर चावल बेच रहे हैं, जिससे स्थानीय किसानों की आमदनी प्रभावित हो रही है। कुछ किसानों ने इसे सीधी 'डंपिंग' बताया। इस पर ट्रंप ने कहा कि यदि विदेशी चावल अमेरिकी बाजार को नुकसान पहुंचा रहा है, तो इसकी जांच होगी और जरूरत पड़ने पर नए टैरिफ लगाए जाएंगे।
लुइसियाना स्थित केनेडी राइस मिल की सीईओ मेरिल केनेडी ने बताया कि चीन खासकर प्यूर्टो रिको में बड़े पैमाने पर चावल भेज रहा है, जिसके कारण अमेरिकी चावल की बिक्री वहां लगभग समाप्त हो गई है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी राज्यों के किसान भारी नुकसान झेल रहे हैं।
टैरिफ प्रभावी, लेकिन सख्ती की जरूरत: किसान
किसानों ने दावा किया कि मौजूदा टैरिफ से कुछ राहत मिली है, लेकिन उन्हें और कठोर कदम चाहिए। ट्रंप ने इस पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि वे और कड़े टैरिफ की मांग कर रहे हैं। इसके बावजूद उन्होंने आश्वस्त किया कि यदि कोई देश डंपिंग करता पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी। ट्रंप ने वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट को बैठक में बताए गए देशों के नाम नोट करने के निर्देश दिए। जब किसान भारतीय सब्सिडी नीतियों के बारे में बताने लगे, तो ट्रंप ने कहा, 'पहले देश का नाम बताओ… इंडिया, और कौन?'
कनाडाई उर्वरक पर भी शुल्क की तैयारी
चर्चा के दौरान ट्रंप ने यह भी उल्लेख किया कि कनाडा से आने वाले उर्वरक पर भी शुल्क बढ़ाया जा सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत और कनाडा दोनों ही अमेरिका के साथ व्यापारिक समझौते को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हाल में प्रगति बेहद धीमी रही है। अगस्त में अमेरिका ने भारत के कई उत्पादों पर 50% तक टैरिफ लगा दिया था।
10-11 दिसंबर को भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता
अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय की ओर से उप प्रमुख रिक स्विट्जर के नेतृत्व में एक टीम भारत के साथ व्यापारिक चर्चा फिर शुरू करेगी। बैठक 10 और 11 दिसंबर को होने वाली है, जहां द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर आगे बढ़ने का प्रयास होगा। भारत की ओर से इस वार्ता का नेतृत्व वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल करेंगे। उनका कहना है कि भारत वर्ष के अंत तक समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस साल के भीतर समझौता पूरा हो जाएगा।