Edited By Yaspal,Updated: 04 Apr, 2022 07:54 PM

गाई के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने सोमवार को संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा किया। इस वजह से राज्यसभा की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी वहीं लोकसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने इस...
नई दिल्लीः महंगाई के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने सोमवार को संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा किया। इस वजह से राज्यसभा की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी वहीं लोकसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर हंगामा करने के बाद सदन से बहिर्गमन किया।
राज्यसभा में कांग्रेस सदस्य के सी वेणुगोपाल, तृणमूल कांग्रेस के अबीर रंजन विश्वास, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विश्वम सहित कुछ अन्य विपक्षी सदस्यों ने नियम 267 के तहत पेट्रोल,डीजल व रसोई गैस की कीमतों में हुई वृद्धि के मुद्दे पर चर्चा कराने के नोटिस दिए थे।
उधर, लोकसभा में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि का विरोध करते हुए पहले हंगामा किया और जब उनकी बात नहीं सुनी गई तो उन्होंने सदन से बहिर्गमन किया। सदन में शून्यकाल शुरू होने के साथ ही द्रमुक के सदस्य आसन के निकट पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। इसके बाद कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्य भी आसन के निकट पहुंच गए और महंगाई पर चर्चा की मांग करने लगे।
पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच शून्यकाल को आगे बढ़ाया। इसके कुछ देर बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दलों, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए। पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में सोमवार को एक बार फिर 40 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। दो सप्ताह से भी कम समय में पेट्रोल की कीमत में कुल 8.40 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। विपक्षी दल लगातार सरकार से इस वृद्धि को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।