Edited By Tanuja,Updated: 17 Dec, 2025 05:08 PM

इथियोपिया की संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और इथियोपिया को क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और कनेक्टिविटी के लिए प्राकृतिक साझीदार बताया। उन्होंने साझा विकास, समान सोच और रणनीतिक सहयोग पर बल दिया। संबोधन पर सांसदों ने खड़े होकर...
International Desk: भारत और इथियोपिया क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और कनेक्टिविटी के मामले में प्राकृतिक साझीदार हैं: मोदी अदीस अबाबा, 17 दिसंबर (भा ) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को इथियोपियाई संसद को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और इथियोपिया क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और कनेक्टिविटी के मामले में 'प्राकृतिक साझीदार' हैं। मंगलवार को अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा पर इथियोपिया पहुंचे मोदी ने इथियोपियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा, “इथियोपिया अफ्रीका के एक महत्वपूर्ण क्षेत्र पर स्थित है। भारत हिंद महासागर के केंद्र में स्थित है। हम क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और कनेक्टिविटी में प्राकृतिक साझीदार हैं।”
उन्होंने कहा कि विकासशील देशों के रूप में, भारत और इथियोपिया एक-दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं और एक-दूसरे को बहुत कुछ दे सकते हैं। मोदी ने यह भी कहा कि दोनों देशों में जलवायु और विचारों के मामले में भी समानता है। मोदी के संबोधन के अंत में सांसदों ने खड़े होकर तालियां बजाईं। मोदी तीन देशों की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। वह मंगलवार को जॉर्डन से यहां पहुंचे थे और यहां से ओमान के लिए रवाना होंगे। नरेंद्र मोदी ने अदीस अबाबा में अपने आधिकारिक दौरे के दौरान दोहरी कूटनीति और सुरक्षा सहयोग पर जोर दिया है।मोदी अफ्रीकी साझेदारों के साथ द्विपक्षीय वार्ता में आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग की अहमियत पर बल दे रहे हैं। उन्होंने इथियोपिया के प्रधानमंत्री डॉ. अबी अहमद अली के साथ वार्ता में कहा कि मित्र देशों का समर्थन भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद इथियोपिया की संवेदनाओं और सहयोग की सराहना की और कहा कि“हमें आतंकवाद जैसे वैश्विक खतरे के खिलाफ मिलकर काम करना होगा, और मित्र राष्ट्रों का समर्थन हमारे संघर्ष में बहुत मायने रखता है।” यह टिप्पणी विशेष रूप से 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में आई है, जिसमें 26 पर्यटकों सहित भारतीय नागरिकों की जान गई थी और भारत ने आतंकवाद से निपटने के लिए सशस्त्र कार्रवाई की थी। मोदी के इस दौरे का उद्देश्य अफ्रीका तथा ग्लोबल साउथ के साथ सुरक्षा, आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना भी है, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ साझा प्रयास एक प्रमुख मुद्दा है। संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता का स्पष्ट और सख्त संदेश दिया। उन्होंने कहा “हमें आतंक के खिलाफ मिलकर लड़ना होगा। यह मानवता का दुश्मन है और इससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता।”
मोदी ने कहा कि आतंकवाद न किसी सीमा को मानता है, न किसी धर्म या संस्कृति को, इसलिए इसके खिलाफ लड़ाई भी साझा, सामूहिक और वैश्विक होनी चाहिए। उन्होंने चेताया कि आतंकवाद केवल सुरक्षा का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह विकास, शांति और लोकतंत्र के लिए भी गंभीर खतरा है। प्रधानमंत्री ने भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत दशकों से आतंकवाद का सामना करता रहा है और अपने अनुभव दुनिया के साथ साझा करने को तैयार है। उन्होंने इथियोपिया और अन्य अफ्रीकी देशों के साथ सुरक्षा सहयोग, खुफिया जानकारी साझा करने और क्षमता निर्माण पर विशेष जोर दिया। मोदी ने यह भी कहा कि भारत और इथियोपिया के संबंध केवल कूटनीतिक नहीं, बल्कि ऐतिहासिक और मानवीय हैं। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुधारों और वैश्विक मंचों पर ठोस कार्रवाई की जरूरत पर बल दिया।