पाकिस्तान के अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका! एक के बाद एक बहुराष्ट्रीय कंपनियां समेट रहीं कारोबार, जानिए वजह

Edited By Updated: 06 Oct, 2025 10:56 AM

pakistan s economy suffers a major setback multinational companies are winding

पाकिस्तान में आर्थिक संकट और अस्थिर माहौल के बीच अब बहुराष्ट्रीय कंपनियों का भरोसा टूटता दिख रहा है। देश की कमजोर अर्थव्यवस्था, राजनीतिक अस्थिरता और विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के चलते एक के बाद एक बड़ी विदेशी कंपनियां पाकिस्तान से अपना कारोबार समेट...

नेशनल डेस्क: पाकिस्तान में आर्थिक संकट और अस्थिर माहौल के बीच अब बहुराष्ट्रीय कंपनियों का भरोसा टूटता दिख रहा है। देश की कमजोर अर्थव्यवस्था, राजनीतिक अस्थिरता और विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के चलते एक के बाद एक बड़ी विदेशी कंपनियां पाकिस्तान से अपना कारोबार समेट रही हैं।

प्रॉक्टर एंड गैबल ने बंद किया उत्पादन
अमेरिकी दिग्गज कंपनी प्रॉक्टर एंड गैबल (P&G) ने पाकिस्तान में अपना उत्पादन पूरी तरह बंद कर दिया है। कंपनी की सहायक इकाई जिलेट ने भी अपना ऑपरेशन रोक दिया है। बताया जा रहा है कि जिलेट की बिक्री में बीते दो सालों में तेज गिरावट आई हैं। जहां पहले कंपनी का राजस्व मजबूत था, वहीं अब यह घटकर सिर्फ 3 अरब पाकिस्तानी रुपये रह गया है।

P&G पाकिस्तान में बच्चों के डायपर, महिलाओं के स्किनकेयर प्रोडक्ट्स और पुरुषों के शेविंग उत्पाद जैसे रोजमर्रा की ज़रूरत के सामान बनाती थी। वहीं जिलेट ब्रांड रेजर, शेविंग क्रीम और ब्लेड जैसे उत्पादों के लिए जाना जाता था। अब इनके उत्पादन बंद होने से देश में इन वस्तुओं की उपलब्धता पर असर पड़ सकता है।

इन दिग्गज कंपनियों ने भी छोड़ा पाकिस्तान
पाकिस्तान से बहुराष्ट्रीय कंपनियों के पलायन का यह सिलसिला नया नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में कई ग्लोबल कंपनियां यहां से कारोबार समेट चुकी हैं:
➤ माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft): 25 साल के संचालन के बाद जुलाई 2024 में कामकाज बंद किया।
➤ फाइजर (Pfizer): अमेरिकी दवा कंपनी ने मई 2024 में कराची प्लांट को लकी कोर इंडस्ट्रीज को बेच दिया।
➤ शेल (Shell): ब्रिटिश तेल कंपनी ने जून 2023 में पाकिस्तान में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी।
➤ टोटल एनर्जी (Total Energies): फ्रांसीसी पेट्रोलियम कंपनी ने 2024 में अपनी हिस्सेदारी बेचकर कारोबार बंद किया।
➤ उबर (Uber), यामाहा मोटर्स (Yamaha Motors), एलि लिली (Eli Lilly) जैसी कंपनियां पहले ही पाकिस्तान से बाहर जा चुकी हैं।


क्यों भाग रही हैं विदेशी कंपनियां?
पाकिस्तान बिजनेस काउंसिल (PBC) के पूर्व सीईओ एहसान मलिक का कहना है कि कंपनियों के जाने के पीछे कई प्रमुख कारण हैं।
➤ नीतिगत अस्थिरता: सरकार की नीतियों में बार-बार बदलाव और कीमतों में बढ़ोतरी की मंजूरी में देरी।
➤ कमजोर आर्थिक माहौल: महंगाई, मुद्रा अवमूल्यन और विदेशी निवेश में गिरावट।
➤ बौद्धिक संपदा की सुरक्षा की कमी: कंपनियों को पेटेंट और ट्रेडमार्क के पर्याप्त कानूनी संरक्षण की कमी।
➤ वैश्विक आर्थिक दबाव: P&G जैसी कंपनियां अपने वैश्विक लागत पुनर्गठन के तहत भी पाकिस्तान जैसे बाजारों से निकल रही हैं।


रोजगार पर गहराया संकट
संयुक्त राष्ट्र की 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले तीन वर्षों में 10 लाख से अधिक पाकिस्तानी नागरिक बेरोजगारी के कारण देश छोड़कर विदेशों में काम की तलाश में गए हैं। अब जब विदेशी कंपनियां भी जा रही हैं, तो देश में रोजगार की समस्या और गंभीर हो गई है।

अस्थिरता से जूझता पाकिस्तान
पाकिस्तान के बिजनेस पत्रकार खुर्रम हुसैन का कहना है कि ये कंपनियां किसी दबाव में नहीं बल्कि अपनी मर्जी से देश छोड़ रही हैं, क्योंकि अब वहां कारोबार करने का माहौल अनुकूल नहीं बचा है। आर्थिक गिरावट, सुरक्षा खतरे और सरकारी नीतियों की अस्पष्टता ने निवेशकों का भरोसा पूरी तरह हिला दिया है।
 

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