Edited By Anu Malhotra,Updated: 28 Nov, 2025 09:26 AM

दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का सेशेल्स में स्थित खूबसूरत बीचफ्रंट विला अब खरीदार की तलाश में है। यह विला माहे द्वीप के शांत समुद्र किनारे बना है और अपनी लोकेशन तथा नैचुरल व्यू के कारण हमेशा चर्चा में रहा है। खास बात यह है कि सेशेल्स के नियमों के...
नई दिल्ली: दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का सेशेल्स में स्थित खूबसूरत बीचफ्रंट विला अब खरीदार की तलाश में है। यह विला माहे द्वीप के शांत समुद्र किनारे बना है और अपनी लोकेशन तथा नैचुरल व्यू के कारण हमेशा चर्चा में रहा है। खास बात यह है कि सेशेल्स के नियमों के मुताबिक वहां बाहरी नागरिक संपत्ति नहीं खरीद सकते, लेकिन रतन टाटा को उनकी प्रतिष्ठा और अंतरराष्ट्रीय योगदान के चलते विशेष अनुमति दी गई थी।
अब यह शानदार विला खरीदने में एयरसेल के संस्थापक सी. शिवशंकरन और उनका परिवार दिलचस्पी दिखा रहे हैं। वही शिवशंकरन, जिन्होंने सालों पहले रतन टाटा को यह संपत्ति हासिल करने में मदद की थी। क्योंकि शिवशंकरन सेशेल्स के नागरिक हैं, इस वजह से वे नियमों के तहत विला खरीदने के योग्य हैं।
विला बेचने पर रकम जाएगी टाटा के ट्रस्टों में
रतन टाटा ने इस बीचफ्रंट विला को अपनी निवेश संस्था RNT Associates के नाम वसीयत में स्थानांतरित कर दिया था। यह वही संस्था है जो भारत के कई उभरते स्टार्टअप्स को फंड करती है। विला का मूल्यांकन विशेषज्ञों द्वारा किया गया था, जिसमें इसकी अनुमानित कीमत लगभग 85 लाख रुपये आंकी गई। लेकिन चर्चा है कि संभावित खरीदार इसे करीब 6.2 मिलियन डॉलर, यानी लगभग 55 करोड़ रुपये में खरीदने को तैयार हैं।
अभी डील तय नहीं, बातचीत जारी
सी. शिवशंकरन से जब इस संभावित खरीद को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बातचीत से इंकार करते हुए कहा, “मुझे नहीं पता आप किस बारे में पूछ रहे हैं।” हालांकि, उनकी प्रतिक्रिया से यही संकेत मिलता है कि बातचीत भले जारी हो, लेकिन अनुबंध अभी अंतिम चरण तक नहीं पहुंचा है।
टाटा और शिवशंकरन की पुरानी दोस्ती
रतन टाटा और शिवशंकरन के रिश्ते बेहद गहरे रहे हैं। शिवशंकरन ने कई बार साझा किया है कि वे सात साल तक हर सुबह नियत समय पर रतन टाटा से मिलने उनके मुंबई स्थित आवास पर जाते थे। दोनों लगभग 45 मिनट साथ बिताते थे-और टाटा अक्सर मीटिंग के दौरान भी वर्कआउट करते मिले, ताकि समय का बेहतर उपयोग हो सके।
एक विमान यात्रा से जुड़ा किस्सा भी शिवशंकरन ने बताया था-जब सिंगापुर से सेशेल्स जाते हुए विमान का इंजन फेल हो गया था। वे घबरा गए और अपने बेटे को पासवर्ड तक भेज दिया, जबकि रतन टाटा पूरी तरह शांत रहे और बोले-“पायलटों को अपना काम करने दो।”
सेशेल्स और टाटा का पुराना संबंध
सेशेल्स कभी टाटा समूह से अनजान नहीं रहा। 1982 में देश ने टाटा मोटर्स के सम्मान में डाक टिकट जारी किया था। एक समय पर इंडियन होटल्स (ताज) ने डेनिस आइलैंड की प्रॉपर्टी का संचालन भी किया था। हालांकि फिलहाल टाटा समूह की इस द्वीप देश में कोई कारोबारी मौजूदगी नहीं है। रतन टाटा का यह बीचफ्रंट विला, उनकी व्यक्तिगत यादों, पुरानी दोस्ती और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव का प्रतीक माना जाता है। अब देखना यह है कि क्या यह आलीशान संपत्ति सच में उस दोस्त के परिवार के हाथों में जाती है जिसने सालों पहले इसे खरीदने में उनकी मदद की थी।