Edited By Mansa Devi,Updated: 20 Oct, 2025 03:54 PM

देश की सेमी हाई-स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस ने पहली बार 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सफल ट्रायल पूरा किया। यह ट्रायल उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के प्रयागराज मंडल के मितावली-मंडराक रेलखंड में आयोजित किया गया। इस दौरान ट्रेन पर देश में...
नेशनल डेस्क: देश की सेमी हाई-स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस ने पहली बार 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सफल ट्रायल पूरा किया। यह ट्रायल उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के प्रयागराज मंडल के मितावली-मंडराक रेलखंड में आयोजित किया गया। इस दौरान ट्रेन पर देश में विकसित स्वचालित सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’ भी टेस्ट की गई और यह पूरी तरह सफल रही। एनसीआर प्रयागराज मंडल के महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने कर्मचारियों और अधिकारियों को इस सफलता पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह ट्रायल मिशन रफ्तार के तहत रेलवे की बढ़ती तकनीकी क्षमताओं का परिचायक है।
ट्रायल में क्या-क्या टेस्ट किया गया
ट्रायल के दौरान ट्रेन की गति, सुरक्षा और आपातकालीन ब्रेकिंग सिस्टम की पूरी जांच की गई। खासकर दो महत्वपूर्ण परीक्षण किए गए:
➤ लूप लाइन चाल नियंत्रण टेस्ट – कवच प्रणाली ने बरहन और पोरा जैसे लूप स्टेशनों पर 160 किमी/घंटा रफ्तार से दौड़ती ट्रेन की गति स्वचालित रूप से घटाकर 28-30 किमी/घंटा कर दी।
➤ एसपीएडी टेस्ट (सिग्नल ओवर रन टेस्ट) – जब ट्रेन लाल सिग्नल के करीब पहुंची, कवच प्रणाली ने आपातकालीन ब्रेक लगा दिया और ट्रेन को 24-49 मीटर पहले रोक दिया।
➤ एनसीआर के सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि ट्रायल ने साबित कर दिया कि कवच प्रणाली सुरक्षा और नियंत्रण दोनों में बेहद कारगर है।
मिशन रफ्तार के तहत सुधार
दिल्ली-हावड़ा रेलखंड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट “मिशन रफ्तार” के तहत ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 160 किमी/घंटा निर्धारित की गई है। इसके लिए रेलवे ने ट्रैक और आधारभूत संरचना में बड़े सुधार किए हैं।
➤ रेलवे ट्रैक के दोनों ओर सुरक्षा दीवार का निर्माण लगभग पूरा हो गया है।
➤ पुराने ट्रैक हटाकर नई पटरियां बिछाई गई हैं।
➤ रेलवे इंजन और वंदे भारत ट्रायल के जरिए सुरक्षा और रफ्तार का पूरा परीक्षण किया जा रहा है।
अगले कदम
पिछले दिनों प्रयागराज मंडल में 160 किमी/घंटा की रफ्तार से इंजन का ट्रायल भी सफल रहा था। वंदे भारत ट्रेन के इस ट्रायल के बाद उम्मीद है कि आने वाले महीनों में इस स्पीड से नियमित सेवाएं भी शुरू की जाएंगी।