Edited By Mansa Devi,Updated: 24 Nov, 2025 05:50 PM

भारतीय रेलवे हर दिन करोड़ों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाता है। इतने बड़े नेटवर्क को सुचारू और सुरक्षित चलाने के लिए रेलवे कई नियम लागू करता है। इन्हीं नियमों में एक है इमरजेंसी चेन, जो हर कोच में लगी होती है। इसका उद्देश्य सिर्फ आपातकाल में...
नेशनल डेस्क: भारतीय रेलवे हर दिन करोड़ों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाता है। इतने बड़े नेटवर्क को सुचारू और सुरक्षित चलाने के लिए रेलवे कई नियम लागू करता है। इन्हीं नियमों में एक है इमरजेंसी चेन, जो हर कोच में लगी होती है। इसका उद्देश्य सिर्फ आपातकाल में ट्रेन को रोकना है, लेकिन कई यात्री जागरूकता की कमी या लापरवाही में बिना वजह चेन खींच देते हैं। इससे ट्रेन की टाइमिंग बिगड़ती है और पीछे आने वाली कई ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित होता है। इसी कारण रेलवे ने इसके लिए सख्त नियम तय किए हैं।
कब खींच सकते हैं ट्रेन की इमरजेंसी चेन?
रेलवे के अनुसार, चेन खींचना केवल सही और जरूरी आपातकालीन परिस्थितियों में ही मान्य है। जैसे—
➤ कोई बुजुर्ग, बच्चा या यात्री स्टेशन पर छूट जाए
➤ किसी यात्री को अचानक गंभीर मेडिकल इमरजेंसी हो जाए
➤ कोच में आग लगने जैसी दुर्घटना हो
➤ चोरी, खतरा या किसी भी तरह की सुरक्षा संबंधी स्थिति उत्पन्न हो
चलती ट्रेन से कोई व्यक्ति गिर जाए
इन परिस्थितियों में चेन खींचना आवश्यक माना जाता है और रेलवे इसमें यात्री की मदद भी करता है।
कब नहीं खींच सकते ट्रेन की चेन?
कई यात्री छोटी-छोटी वजहों से चेन खींच देते हैं, जो कि रेलवे नियमों का सीधा उल्लंघन है। इन स्थितियों में चेन खींचना अपराध माना जाता है—
➤ देर से उतरने या चढ़ने के लिए
➤ मजाक या शरारत में
➤ छोटी-मोटी असुविधाओं पर
➤ बिना किसी इमरजेंसी के
स्टेशन के पास होने पर भी जानबूझकर ट्रेन रुकवाने के लिए
रेलवे अधिनियम 1989 की धारा 141 के अनुसार,
बिना वजह चेन खींचने पर यात्री पर 1000 रुपये तक का जुर्माना,
➤ 1 साल की जेल,
➤ या फिर दोनों सजा एक साथ हो सकती है।
➤ चेन खींचते ही ट्रेन में क्या होता है?
ट्रेन की चेन को खींचते ही—
कोच में लगा एक वॉल्व घूम जाता है।
➤ ब्रेक पाइप से हवा निकलने लगती है।
➤ धीरे-धीरे ट्रेन की गति कम होती है और वह रुक जाती है।
➤ इसकी जानकारी तुरंत रेलवे सिस्टम में दर्ज हो जाती है।
बेवजह चेन खींचने के नुकसान
ट्रेन देर से चलने लगती है
➤ पीछे आने वाली अन्य ट्रेनों की टाइमिंग बिगड़ती है
➤ सैकड़ों–हजारों यात्रियों की यात्रा प्रभावित होती है
➤ गलत तरीके से की गई चेन पुलिंग कई बार बड़ी घटनाओं की वजह बन सकती है