Edited By Harman Kaur,Updated: 19 Aug, 2025 05:45 PM

भारत में कैंसर का खतरा लगातार बढ़ रहा है और अब यह युवाओं को भी तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। खासतौर पर हेड एंड नेक कैंसर (Head and Neck Cancer) यानी सिर और गर्दन से जुड़ा कैंसर, देश में पुरुषों के बीच तेजी से बढ़ता हुआ गंभीर स्वास्थ्य संकट बनता...
नेशनल डेस्क: भारत में कैंसर का खतरा लगातार बढ़ रहा है और अब यह युवाओं को भी तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। खासतौर पर हेड एंड नेक कैंसर (Head and Neck Cancer) यानी सिर और गर्दन से जुड़ा कैंसर, देश में पुरुषों के बीच तेजी से बढ़ता हुआ गंभीर स्वास्थ्य संकट बनता जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कैंसर अब सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि 30-40 साल की उम्र के युवा भी बड़ी संख्या में इसकी चपेट में आ रहे हैं।
हेड एंड नेक कैंसर क्या होता है ?
हेड एंड नेक कैंसर कई तरह के कैंसर का समूह होता है, जो व्यक्ति के मुंह, जीभ, गले, टॉन्सिल, नाक, कान और गर्दन के ऊपरी हिस्सों को प्रभावित करता है। इसका सबसे आम लक्षण है — लंबे समय तक गले में खराश रहना, खाने में दिक्कत, मुंह में छाले जो भरें नहीं, और बोलने या सुनने में परेशानी।
जानिए इसके प्रमुख लक्षण
- गले में लगातार खराश या कुछ अटकने जैसा महसूस होना
- खाना निगलने में दिक्कत
- मुंह या जीभ पर घाव जो लंबे समय तक ठीक न हो
- गर्दन, चेहरे या सिर में लगातार दर्द
- नाक से खून आना या खांसी में खून
- आवाज में बदलाव या बोलने में दिक्कत
- मसूड़ों पर सफेद या लाल धब्बे
कैसे करें बचाव?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कैंसर रोका जा सकता है, यदि कुछ जरूरी उपाय अपनाए जाएं:
- तंबाकू और गुटखा से पूरी तरह परहेज करें
- शराब का सीमित या न के बराबर सेवन करें
- HPV वैक्सीनेशन करवाएं
- ओरल हाइजीन (मुँह की सफाई) का विशेष ध्यान रखें
- समय-समय पर ओरल कैंसर की जांच कराएं
- लंबे समय तक धूप या प्रदूषण में रहने से बचें
इलाज संभव है, अगर समय रहते हो डायग्नोस
डॉक्टरों का कहना है कि अगर समय रहते हेड एंड नेक कैंसर का पता चल जाए, तो इलाज पूरी तरह संभव है। शुरुआती स्टेज में इलाज की सफलता दर 70-80% तक है।