Edited By Archna Sethi,Updated: 14 Oct, 2025 10:27 PM

शिवांगिनी चौधरी ने ‘सर बका एंड अदर स्टोरिज’ में परोसी दादी नानी की कहानियां
चंडीगढ, 14 अक्तूबर (अर्चना सेठी): युवा लेखिका शिवांगिनी चौधरी ने अपनी पुस्तक ‘सर बज एंड अदर स्टोरिज-ए रिटैलिंग ऑफ हरियाणवी फोकटेल्स’ आज सांस्कृतिक राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को भेंट की। दि श्री राम स्कूल, मौलसरी की कक्षा 12वीं की छात्रा शिवांगिनी चौधरी ने हरियाणा की लोककथाओं पर आधारित अपनी पुस्तक ‘सर बज एंड अदर स्टोरिज-ए रिटेलिंग ऑफ हरियाणवी फोकटेल्स’ लिखी है।
यह पुस्तक हरियाणा की लोकपरंपराओं, हास्य, और जीवन के अनुभवों से भरी कहानियों को आधुनिक पाठकों के लिए नए अंदाज़ में प्रस्तुत करती है। दिल्ली में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान शिवांगिनी ने अपनी यह पुस्तक भारत सरकार के सांस्कृतिक राज्य मंत्री, राव इंद्रजीत सिंह को भेंट करते हुए देश के नन्हें मुन्नों के लिए उन्होंने कहानियों के इस खजाने को परोसा है।
मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने शिवांगिनी के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि युवाओं द्वारा भारतीय लोकसंस्कृति के संरक्षण के ऐसे प्रयास देश की अमूर्त विरासत को नई ऊर्जा प्रदान करते हैं। अपनी प्रेरणा के बारे में बात करते हुए शिवांगिनी ने कहा, दादी-नानी से सुनी कहानियाँ आज कहीं खोती जा रही हैं। मैंने सोचा कि इन लोककथाओं को नए रूप में प्रस्तुत किया जाए ताकि आने वाली पीढ़ी भी हरियाणा की संस्कृति की उस सुगंध को महसूस कर सके।
यह पुस्तक ‘प्रोजेक्ट विरासत’ के अंतर्गत शिवांगिनी के निरंतर प्रयासों का परिणाम है, एक ऐसा अभियान जो भारत की पारंपरिक कला और मौखिक परंपराओं के संरक्षण के लिए कार्यरत है। महामारी के दौरान उन्होंने राजस्थान के बर्नावा गाँव में लंगा संगीतकारों के बच्चों के साथ मिलकर पारंपरिक वाद्ययंत्रों की व्यवस्था, संगीत पुस्तकालय की स्थापना और संगीत विद्यालय की नींव रखने में योगदान दिया था। उनके इस कार्य को यूनेस्को और राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा सराहा गया था।
‘सर बज एंड अदर स्टोरिज’ हरियाणा की लोककथाओं को हास्य, नैतिकता और जीवन के अनुभवों के साथ पिरोते हुए आधुनिक पाठकों तक पहुंचाने का एक सुंदर प्रयास है।