Edited By Tanuja,Updated: 13 Dec, 2025 01:00 PM

ब्रिटेन की संसद में कश्मीर पर हुई बहस के दौरान सरकार ने अपनी पुरानी नीति दोहराई। ब्रिटिश मंत्री हामिश फाल्कनर ने कहा कि कश्मीर मुद्दे का स्थायी समाधान भारत और पाकिस्तान को आपसी बातचीत से, कश्मीरी लोगों की इच्छाओं को ध्यान में रखते हुए निकालना होगा।
London: ब्रिटेन में इस सप्ताह संसद के वेस्टमिंस्टर हॉल में हुई बहस के दौरान ब्रिटिश सरकार ने कश्मीर को लेकर अपनी दीर्घकालिक नीति की पुष्टि की कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीरियों की इच्छाओं के आधार पर हल करने का मुद्दा है। विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) के मंत्री हामिश फाल्कनर ने पाकिस्तानी मूल के लेबर सांसद इमरान हुसैन द्वारा प्रस्तावित ‘कश्मीर: आत्मनिर्णय' शीर्षक वाली बहस के दौरान आधिकारिक रुख प्रस्तुत किया।
ब्रिटिश-पाकिस्तानी मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या वाले ब्रैडफोर्ड ईस्ट के सांसद ने मंत्री से एक महत्वपूर्ण प्रश्न का उत्तर देने के लिए कहा कि क्या कश्मीर एक ‘‘द्विपक्षीय मुद्दा है या एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा''। फाल्कनर ने कहा, ‘‘मैं कश्मीर पर ब्रिटेन सरकार के लंबे समय से जारी रुख की पुष्टि करता हूं, जो यह है कि कश्मीरी लोगों की इच्छाओं को ध्यान में रखते हुए, इस स्थिति का स्थायी समाधान ढूंढ़ना भारत और पाकिस्तान का काम है।''