Smartphones: कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती? 13 साल से कम उम्र के बच्चों को स्मार्टफोन देने से...

Edited By Updated: 27 Aug, 2025 11:33 AM

smartphones in children s hands a danger to mental health

एक नई अंतरराष्ट्रीय स्टडी ने चेतावनी दी है कि बच्चों को कम उम्र में स्मार्टफोन देना उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जिन युवाओं को 13 साल से कम उम्र में स्मार्टफोन मिला उनमें मानसिक समस्याएं ज्यादा...

नेशनल डेस्क। एक नई अंतरराष्ट्रीय स्टडी ने चेतावनी दी है कि बच्चों को कम उम्र में स्मार्टफोन देना उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जिन युवाओं को 13 साल से कम उम्र में स्मार्टफोन मिला उनमें मानसिक समस्याएं ज्यादा देखने को मिली हैं। यह स्टडी 1 लाख से ज्यादा लोगों पर आधारित है।

शुरुआती स्मार्टफोन इस्तेमाल के गंभीर खतरे

रिसर्च के मुताबिक जिन युवाओं ने 12 साल या उससे कम उम्र में स्मार्टफोन का इस्तेमाल शुरू किया उनमें आत्महत्या के विचार, आक्रामकता, वास्तविकता से अलगाव और आत्म-सम्मान की कमी जैसी समस्याएं आम थीं। अध्ययन में इन समस्याओं की बड़ी वजहें साइबरबुलिंग, नींद की कमी, तनावपूर्ण पारिवारिक रिश्ते और सोशल मीडिया का शुरुआती एक्सपोजर बताई गई हैं।

➤ Mind Health Quotient (MHQ) स्कोर: इस रिसर्च में पाया गया कि 13 साल की उम्र में पहला स्मार्टफोन लेने वाले युवाओं का MHQ स्कोर औसतन 30 था जबकि 5 साल की उम्र में फोन पाने वालों का स्कोर मात्र 1 पाया गया।

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लड़कियों और लड़कों पर अलग-अलग असर

यह स्टडी बताती है कि स्मार्टफोन के शुरुआती इस्तेमाल का असर लड़कियों और लड़कों पर अलग-अलग होता है:

➤ लड़कियों में: खराब आत्म-छवि, आत्मविश्वास की कमी और भावनात्मक मजबूती में गिरावट देखी गई।

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➤ लड़कों में: शांत स्वभाव की कमी, कम सहानुभूति और अस्थिर मानसिकता ज्यादा नजर आई।

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विशेषज्ञों की चेतावनी और दुनिया भर में सख्ती

इस स्टडी को सैपियन लैब्स ने किया है जिसके पास दुनिया का सबसे बड़ा मानसिक स्वास्थ्य डेटाबेस है। संस्थान की प्रमुख न्यूरोसाइंटिस्ट डॉ. तारा थियागराजन ने कहा कि शुरुआती उम्र में स्मार्टफोन और सोशल मीडिया तक पहुंच बच्चों के दिमागी विकास पर गहरा असर डालती है जिससे अवसाद और हिंसा जैसी गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

दुनिया भर के कई देश इस समस्या को गंभीरता से ले रहे हैं। फ्रांस, नीदरलैंड, इटली, न्यूजीलैंड और अमेरिका का न्यूयॉर्क भी स्कूलों में फोन के इस्तेमाल पर रोक लगा चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह शराब और तंबाकू पर प्रतिबंध हैं उसी तरह बच्चों के लिए स्मार्टफोन उपयोग पर भी सख्त पाबंदियां जरूरी हैं।

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