Edited By Mehak,Updated: 15 Dec, 2025 03:15 PM

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद रामविलास वेदांती का 75 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह राम मंदिर आंदोलन से जुड़े प्रमुख चेहरे रहे और संगठन व धार्मिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाई। कथा के दौरान तबीयत बिगड़ने पर उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले...
नेशनल डेस्क : भाजपा के पूर्व सांसद और राम मंदिर आंदोलन से जुड़े प्रमुख संत डॉ. रामविलास दास वेदांती का 75 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने सोमवार सुबह रीवा में अंतिम सांस ली। बीते कुछ दिनों से वह रीवा जिले के भठवा (लालगांव) गांव में धार्मिक कथा का आयोजन कर रहे थे, जहां अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई थी।
कथा के दौरान बिगड़ी तबीयत
डॉ. वेदांती 10 दिसंबर से भठवा गांव में कथा सुना रहे थे, जो 17 दिसंबर तक चलनी थी। 13 दिसंबर की रात उन्हें सीने में दर्द और घबराहट की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें रीवा के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने जांच में हार्ट और किडनी से जुड़ी समस्या बताई।
भोपाल ले जाने की कोशिश नाकाम
हालत गंभीर होने पर शिष्यों ने उन्हें भोपाल के एम्स ले जाने का फैसला किया। 14 दिसंबर को एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई, लेकिन भोपाल में घना कोहरा होने के कारण विमान वहां उतर नहीं सका। इसके चलते एयर एंबुलेंस को वापस रीवा लौटना पड़ा और उनका इलाज यहीं जारी रखा गया। तमाम प्रयासों के बावजूद 15 दिसंबर की सुबह करीब 11 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कौन थे डॉ. रामविलास वेदांती
डॉ. रामविलास वेदांती का जन्म 7 अक्टूबर 1958 को रीवा जिले के गुढ़वा गांव में हुआ था। वे 12वीं लोकसभा में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से भाजपा सांसद चुने गए थे। इससे पहले वह 1996 में जौनपुर की मछलीशहर सीट से भी सांसद रह चुके थे। राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने के कारण उन्हें राम जन्मभूमि न्यास का कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया गया था।
नेताओं ने जताया शोक
उनके निधन पर कई राजनीतिक और धार्मिक नेताओं ने शोक व्यक्त किया। मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल सहित कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देते हुए इसे सनातन संस्कृति और रामभक्तों के लिए बड़ी क्षति बताया।