Edited By Anu Malhotra,Updated: 05 Sep, 2025 12:15 PM

आज के सोशल मीडिया युग में जहां कुछ सेकंड की फेम पाने के लिए लोग कुछ भी करने को तैयार हैं, वहीं हाल ही में एक वीडियो ने इस ट्रेंड के खतरनाक पहलू को उजागर कर दिया है। वायरल हो रहे इस वीडियो में एक महिला को चलती हुई कार में ड्राइवर सीट पर बैठे हुए देखा...
नई दिल्ली: आज के सोशल मीडिया युग में जहां कुछ सेकंड की फेम पाने के लिए लोग कुछ भी करने को तैयार हैं, वहीं हाल ही में एक वीडियो ने इस ट्रेंड के खतरनाक पहलू को उजागर कर दिया है। वायरल हो रहे इस वीडियो में एक महिला को चलती हुई कार में ड्राइवर सीट पर बैठे हुए देखा जा सकता है — लेकिन वह ड्राइविंग पर ध्यान देने के बजाय साथी के साथ रोमांटिक हरकतों में मशगूल है। इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर गुस्से की लहर दौड़ा दी है, और यूजर्स इसे 'सड़क पर चलती मौत' कहकर करार दे रहे हैं।
क्या है वायरल वीडियो में?
क्लिप में साफ नजर आता है कि गाड़ी चल रही है, लेकिन महिला ड्राइवर सीट पर होते हुए भी गाड़ी नहीं चला रही, बल्कि एक पुरुष के साथ अशोभनीय हरकतों में व्यस्त है। कैमरा ऐंगल और शरीर की गतिविधियों से यह भी स्पष्ट हो रहा है कि यह कोई स्टंट या मज़ाक नहीं, बल्कि जानबूझकर रिकॉर्ड किया गया "वायरल वीडियो कंटेंट" है।
सोशल मीडिया पर भड़के लोग
इस वीडियो को एक यूजर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया। उन्होंने गुस्से में लिखा: "ये लोग खुद को भी मारेंगे और किसी और को भी। इनका लाइसेंस तुरंत रद्द होना चाहिए। जिस तरह से गाड़ी चला रहे हैं, उसे देखकर तो यही लगता है कि इनकी जिंदगी में कोई अहमियत नहीं है। ऐसे लोग दूसरों की जान भी खतरे में डालते हैं।" इसके साथ ही उन्होंने कटाक्ष करते हुए लिखा – "कुत्ता-कुतिया का खेल चल रहा है खुलेआम।"
इस ट्वीट के बाद कई अन्य यूजर्स ने भी प्रतिक्रिया दी:
"दीदी एक्सीडेंट करवा के ही मानेंगी।"
"ये अब कंटेंट नहीं, जानलेवा हरकत है। सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए।"
"ऐसे लोगों को सड़क पर चलने की इजाज़त नहीं मिलनी चाहिए।"
कानूनी कार्रवाई?
भारत में मोटर वाहन अधिनियम के तहत:
-लापरवाही से वाहन चलाना (Section 184) – जुर्माना और जेल, दोनों हो सकते हैं।
-ड्राइविंग के समय अश्लील व्यवहार या ध्यान भटकाना – लाइसेंस निलंबित किया जा सकता है।
-यदि किसी की जान जाती है तो यह मामला गैर-इरादतन हत्या तक पहुंच सकता है। अगर इस वीडियो की लोकेशन की पुष्टि हो जाती है, तो संबंधित ट्रैफिक अथॉरिटी को एफआईआर दर्ज कर, गाड़ी और लाइसेंस की जांच कर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।