Edited By vasudha,Updated: 25 Jul, 2021 08:21 AM
भगवान शिव का प्रिय मास सावन आज से शुरू हो चुका है। सावन महीने के पहले दिन उज्जैन में प्राचीन महाकालेश्वर मंदिर में बिना श्रद्धालुओं के विशेष पूजा की गई। इस दौरान बाबा भगवान शिव का ऐसा ऋंगार किया गया, जिसने भी उस रूप के देखा वह देखता ही रह गया।
नेशनल डेस्क: भगवान शिव का प्रिय मास सावन आज से शुरू हो चुका है। सावन महीने के पहले दिन उज्जैन में प्राचीन महाकालेश्वर मंदिर में बिना श्रद्धालुओं के विशेष पूजा की गई। इस दौरान बाबा भगवान शिव का ऐसा ऋंगार किया गया, जिसने भी उस रूप के देखा वह देखता ही रह गया।
ज्जैन में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आने के चलते माना जा रहा है कि महाकाल के दर्शन में श्रद्धालुओं को और छूट दी जा सकती है। अब रोजाना 5000 श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। अभी 3500 श्रद्धालुओं को ऑनलाइन परमिशन के बाद दर्शनों की अनुमति दी गई है। हालांकि अभी भी श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवाना जरूरी है।
प्रशासन दौरा इस संबंध में गाइडलाइन भी जारी की गई है। यहां हर सोमवार सुबह 11 बजे के बाद दर्शनों पर पाबंद रहेगा। भस्म आरती पर भी प्रतिबंध जारी रहेगा। महाकाल मंदिर में इस वर्ष सावन की सवारी नए मार्ग से निकाली जाएगी। वहीं सावन के दौरान होने वाली कावड़ यात्रा में यात्रियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।