Edited By Mehak,Updated: 17 Sep, 2025 05:27 PM

पितृपक्ष की सर्व पितृ अमावस्या के दिन इस साल का आखिरी सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। यह आंशिक सूर्यग्रहण होगा, जो 21 सितंबर की रात से शुरू होकर 22 सितंबर की सुबह तक चलेगा। खगोलविदों के मुताबिक, सूर्यग्रहण 21 सितंबर को रात 11 बजे शुरू होगा और इसका समापन...
नेशनल डेस्क : पितृपक्ष की सर्व पितृ अमावस्या के दिन इस साल का आखिरी सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। यह आंशिक सूर्यग्रहण होगा, जो 21 सितंबर की रात से शुरू होकर 22 सितंबर की सुबह तक चलेगा।
ग्रहण कब और कितनी देर का होगा
खगोलविदों के मुताबिक, सूर्यग्रहण 21 सितंबर को रात 11 बजे शुरू होगा और इसका समापन 22 सितंबर को सुबह 3 बजकर 24 मिनट पर होगा। हालांकि, यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए भारत में सूतक काल का कोई प्रभाव नहीं होगा।
किन देशों में दिखेगा ग्रहण
यह सूर्यग्रहण मुख्य रूप से न्यूजीलैंड, अंटार्कटिका और दक्षिण प्रशांत महासागर के आस-पास के क्षेत्रों में नजर आएगा।
- क्राइस्टचर्च, ऑकलैंड, वेलिंग्टन (न्यूजीलैंड)
- सिडनी और होबार्ट (ऑस्ट्रेलिया)
- किंग्स्टन (नॉरफ़ॉक द्वीप)
जैसे शहरों में लोग आंशिक सूर्यग्रहण देख सकेंगे।इस दौरान न्यूजीलैंड के दक्षिणी समुद्री इलाकों में सूर्य का करीब 85% हिस्सा ढका हुआ दिखाई देगा।
किन देशों में नहीं दिखेगा
भारत, नेपाल, श्रीलंका, अफगानिस्तान, यूएई समेत एशिया के अधिकांश देशों में यह सूर्यग्रहण नजर नहीं आएगा। इसी तरह, यूरोप, अफ्रीका, उत्तर और दक्षिण अमेरिका के बड़े हिस्सों से भी इसे नहीं देखा जा सकेगा।
सूतक काल का नियम
जिन देशों में सूर्यग्रहण दिखाई देगा, वहां इसके 12 घंटे पहले से ही सूतक काल शुरू हो जाएगा। इस दौरान भोजन और पूजा-पाठ जैसी गतिविधियों पर रोक होती है। हालांकि, भारत में ग्रहण दिखाई न देने के कारण सूतक काल लागू नहीं होगा।