Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 17 Jul, 2025 12:51 PM

आजकल कई बीमारियाँ तेजी से युवाओं को अपनी चपेट में ले रही हैं। उन्हीं में से एक है कोलन कैंसर। पहले यह बीमारी अधिकतर बुजुर्गों में देखने को मिलती थी, लेकिन अब यह युवाओं में भी बड़ी संख्या में सामने आने लगी है। इसके पीछे गलत खानपान, लाइफस्टाइल में...
नेशनल डेस्क: आजकल कई बीमारियाँ तेजी से युवाओं को अपनी चपेट में ले रही हैं। उन्हीं में से एक है कोलन कैंसर। पहले यह बीमारी अधिकतर बुजुर्गों में देखने को मिलती थी, लेकिन अब यह युवाओं में भी बड़ी संख्या में सामने आने लगी है। इसके पीछे गलत खानपान, लाइफस्टाइल में बदलाव और तनावपूर्ण जीवन जैसे कई कारण हो सकते हैं। खास बात यह है कि इसके शुरुआती लक्षण आमतौर पर सामान्य पेट की समस्या जैसे लगते हैं, इसीलिए लोग उन्हें गंभीरता से नहीं लेते। अगर कोलन कैंसर का समय रहते पता चल जाए, तो इलाज में सफलता की संभावना बहुत अधिक होती है। इसलिए जरूरी है कि हम इसके शुरुआती लक्षणों को समझें और नजरअंदाज न करें।
1. बार-बार डायरिया या कब्ज की शिकायत
अगर आपको लंबे समय तक डायरिया या कब्ज की परेशानी बनी रहती है और यह सामान्य इलाज से ठीक नहीं हो रही, तो यह चिंता का कारण हो सकता है। आंत में ट्यूमर होने से पाचन प्रक्रिया प्रभावित होती है जिससे मल त्याग की प्रक्रिया असामान्य हो जाती है।
2. मल में खून या रेक्टल ब्लीडिंग
अगर मल त्यागते समय खून आता है या रेक्टल ब्लीडिंग होती है, तो इसे केवल बवासीर समझकर नजरअंदाज न करें। यह कोलन कैंसर का एक गंभीर संकेत हो सकता है। जब आंत की दीवारों में ट्यूमर बनता है, तो वहां से खून बह सकता है।
3. पेट में दर्द, ऐंठन या गैस बनना
पेट दर्द और गैस की समस्या आम मानी जाती है, लेकिन अगर ये लगातार बनी रहे और किसी विशेष कारण से न हो, तो यह कोलन कैंसर की ओर इशारा कर सकती है। ट्यूमर के कारण आंतों में रुकावट आती है, जिससे पेट में फुलाव और दर्द की स्थिति बनती है।
4. बार-बार थकान महसूस होना
शरीर में खून की कमी (एनीमिया) भी कोलन कैंसर के कारण हो सकती है, क्योंकि ट्यूमर से धीरे-धीरे खून बहता रहता है। इसका असर शरीर की ऊर्जा पर पड़ता है और व्यक्ति को हर वक्त थकान, चक्कर आना या कमजोरी महसूस होती है। आराम करने के बाद भी अगर थकान दूर न हो, तो यह एक गंभीर संकेत है।
5. अचानक वजन घटना
अगर आपने डाइट या एक्सरसाइज में कोई बदलाव नहीं किया फिर भी वजन तेजी से घट रहा है, तो यह कोलन कैंसर का संकेत हो सकता है। कैंसर कोशिकाएं शरीर की ऊर्जा को तेजी से खत्म करती हैं जिससे वजन कम होने लगता है।
6. पेट पूरी तरह साफ न होने का एहसास
कुछ लोगों को बार-बार ऐसा महसूस होता है कि उनका पेट पूरी तरह से साफ नहीं हुआ, भले ही वे मल त्याग चुके हों। यह भी कोलन कैंसर का लक्षण हो सकता है क्योंकि ट्यूमर की वजह से आंतों में अवरोध आता है, जिससे ऐसा लग सकता है कि पेट अधूरा खाली हुआ है।
7. कोलन कैंसर केवल बुजुर्गों की बीमारी नहीं
यह धारणा गलत है कि कोलन कैंसर केवल उम्रदराज़ लोगों को ही होता है। अब यह युवाओं को भी तेजी से प्रभावित कर रहा है, खासतौर पर जो अधिक प्रोसेस्ड फूड खाते हैं, फाइबर की कमी वाली डाइट लेते हैं और जिनकी दिनचर्या में व्यायाम शामिल नहीं होता।
8. समय पर पहचान से इलाज संभव
कोलन कैंसर का इलाज शुरुआती अवस्था में संभव है। इसलिए अगर आप उपरोक्त में से कोई भी लक्षण लगातार महसूस कर रहे हैं, तो देरी न करें और तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। समय पर जांच और सही उपचार से इस बीमारी से बचाव संभव है।
क्या करें बचाव के लिए
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फाइबर युक्त आहार लें (फल, सब्जियां, साबुत अनाज)
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प्रोसेस्ड और जंक फूड से बचें।
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नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
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धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं।
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समय-समय पर मेडिकल जांच कराएं।