Edited By Rohini Oberoi,Updated: 23 Dec, 2025 12:50 PM

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब केवल कल्पना नहीं बल्कि हमारी हकीकत बन चुका है लेकिन साल 2026 इस तकनीक के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित होने वाला है। एक अमेरिकी टेक मैगजीन की हालिया रिपोर्ट ने ओपनएआई (OpenAI) और गूगल जैसी दिग्गज कंपनियों की रणनीति के...
AI in 2026: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब केवल कल्पना नहीं बल्कि हमारी हकीकत बन चुका है लेकिन साल 2026 इस तकनीक के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित होने वाला है। एक अमेरिकी टेक मैगजीन की हालिया रिपोर्ट ने ओपनएआई (OpenAI) और गूगल जैसी दिग्गज कंपनियों की रणनीति के आधार पर 6 ऐसी चौंकाने वाली संभावनाएं जताई हैं जो समाज और हमारी निजी जिंदगी को पूरी तरह बदल सकती हैं।
1. डेटा सेंटर्स के खिलाफ Digital War
दुनिया भर में AI को चलाने के लिए विशाल डेटा सेंटर्स बनाए जा रहे हैं। 2026 में इनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो सकते हैं। आशंका है कि चीन और रूस जैसे देश सोशल मीडिया पर 'डीपफेक' (Deepfake) तस्वीरों और गलत जानकारी के जरिए इस असंतोष को भड़का सकते हैं। इससे देशों के बीच कूटनीतिक तनाव बढ़ सकता है और AI प्रोजेक्ट्स की रफ्तार धीमी पड़ सकती है।

2. घरेलू रोबोट्स की एंट्री
2026 की टेक कॉन्फ्रेंस में ह्यूमनॉइड रोबोट्स (इंसान जैसे रोबोट) का बोलबाला रहेगा। गूगल और अन्य कंपनियां ऐसे रोबोट्स के डेमो पेश करेंगी जो रसोई में खाना बना सकेंगे या घर की सफाई कर सकेंगे। बड़े लैंग्वेज मॉडल्स की मदद से इन रोबोट्स को अब कम ट्रेनिंग में भी इंसानी निर्देशों को समझने के काबिल बनाया जा रहा है।

3. निवेश में सुस्ती और छंटनी का दौर
AI के क्षेत्र में अब तक अरबों डॉलर का निवेश हुआ है लेकिन 2026 में इसमें गिरावट आ सकती है। कंपनियां अब मुनाफे पर ध्यान देंगी जिससे बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी (Layoffs) हो सकती है। कई AI स्टार्टअप्स शेयर बाजार में उतरने की जल्दबाजी में भारी नुकसान उठा सकते हैं जिससे "AI बबल" के फटने की बहस छिड़ सकती है।
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4. कर्मचारियों की डिजिटल जासूसी
कंपनियां अब कर्मचारियों के काम करने के तरीके (माउस क्लिक, टाइपिंग स्पीड, स्क्रीन मूवमेंट) का डेटा इकट्ठा कर रही हैं। 2026 में इस डेटा का इस्तेमाल AI को ट्रेन करने के लिए किया जाएगा ताकि वह इंसानी काम को पूरी तरह ऑटोमेट कर सके। इससे नौकरियों पर खतरा बढ़ेगा और प्राइवेसी (Privacy) से जुड़े गंभीर कानूनी सवाल खड़े होंगे।

5. मीटिंग्स में प्राइवेसी का खतरा
मीटिंग्स के नोट्स बनाने वाले AI टूल्स आजकल बहुत लोकप्रिय हैं लेकिन ये अक्सर बिना अनुमति के बातें सुनते हैं। 2026 में इन टूल्स से जुड़ा कोई बहुत बड़ा डेटा लीक सामने आ सकता है। इससे यह बहस तेज होगी कि बिना स्पष्ट सहमति के किसी की व्यावसायिक बातचीत को रिकॉर्ड और प्रोसेस करना कितना नैतिक है।

6. सड़कों पर बढ़ेंगी रोबोट टैक्सियां
अमेरिका के कई शहरों में ड्राइवरलेस रोबोट टैक्सियों का दायरा बढ़ेगा। हालांकि आंकड़े कहते हैं कि ये गाड़ियां सुरक्षित हैं लेकिन जैसे-जैसे इनका इस्तेमाल बढ़ेगा किसी बड़े हादसे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। एक भी बड़ी दुर्घटना AI की जिम्मेदारी और सुरक्षा मानकों पर नए कानून बनाने के लिए सरकारों को मजबूर कर देगी।