Edited By Harman Kaur,Updated: 29 Jul, 2025 05:20 PM

उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के संदीपन घाट पर मंगलवार को एक हृदयविदारक दृश्य सामने आया, जब पारिवारिक कलह से तंग आकर एक 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने उफनती गंगा में छलांग लगा दी। गनीमत रही कि समय रहते गोताखोर ने महिला की जान बचा ली।
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के संदीपन घाट पर मंगलवार को एक हृदयविदारक दृश्य सामने आया, जब पारिवारिक कलह से तंग आकर एक 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने उफनती गंगा में छलांग लगा दी। गनीमत रही कि समय रहते गोताखोर ने महिला की जान बचा ली। घटना ने पारिवारिक रिश्तों की दरकती हकीकत को उजागर कर दिया। कोखराज क्षेत्र के कसिया पश्चिम गांव की निवासी राजपती देवी, जिनके पति का निधन 20 वर्ष पूर्व हो चुका है, अपने बेटों के बीच हो रही रोजमर्रा की लड़ाई से बेहद दुखी थीं।
झगड़े से आजिज आकर उठाया खौफनाक कदम
राजपती देवी का कहना है कि उनके हिस्से की जमीन बड़े बेटे राजलाल के कब्जे में थी, जिसे उसने बेच भी दिया। इसके बाद से बहू आए दिन उनसे दो रोटियों को लेकर झगड़ा करती थी। वहीं, छोटा बेटा धीरज उन्हें इसलिए अपने पास नहीं रखता, क्योंकि उनकी संपत्ति पहले ही बड़े भाई के हिस्से चली गई। मंगलवार को इसी विवाद का एक और दौर शुरू हुआ, जिसके बाद आहत होकर राजपती संदीपनघाट पहुंचीं और गंगा में कूद गईं।
गोताखोर की सतर्कता से बची जान
घाट पर मौजूद गोताखोर रमई निषाद ने तत्परता दिखाते हुए बुजुर्ग महिला को डूबने से बचा लिया। घटना की सूचना मिलते ही कोखराज थाने के सिपाही मौके पर पहुंचे और बुजुर्ग को थाने लाया गया।
पुलिस कर रही परिवार को समझाने का प्रयास
इंस्पेक्टर चंद्र भूषण मौर्य ने बताया कि राजपती के बेटों और बहुओं को थाने बुलाकर समझाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस परिवार को साथ लाने के लिए सामाजिक और संवेदनात्मक पहलू से बात कर रही है।