Edited By Mansa Devi,Updated: 06 Dec, 2025 01:11 PM

राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने शुक्रवार को एक निजी विधेयक पेश करते हुए धार्मिक बेअदबी की गंभीर घटनाओं पर अधिकतम सजा का प्रावधान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से पंजाब में बार-बार होने वाली ऐसी घटनाएं सामाजिक सद्भाव को गहरी चोट पहुंचाती...
नेशनल डेस्क: राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने शुक्रवार को एक निजी विधेयक पेश करते हुए धार्मिक बेअदबी की गंभीर घटनाओं पर अधिकतम सजा का प्रावधान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से पंजाब में बार-बार होने वाली ऐसी घटनाएं सामाजिक सद्भाव को गहरी चोट पहुंचाती हैं, इसलिए कड़े कानून की जरूरत है। विधेयक में श्री गुरु ग्रंथ साहिब, भगवद् गीता, कुरान और बाइबल जैसे पवित्र धार्मिक ग्रंथों के खिलाफ बेअदबी के मामलों में कड़ी दंडात्मक कार्रवाई और अधिकतम सजा का प्रावधान जोड़ने का प्रस्ताव है।
भारतीय अर्थव्यवस्था के अनदेखे पहिए — गिग वर्कर्स पर भी उठाई आवाज
बेअदबी के मुद्दे के साथ ही राघव चड्ढा ने फूड डिलीवरी, टैक्सी सर्विस और इंस्टा-डिलीवरी जैसे सेक्टरों में काम करने वाले गिग वर्कर्स की स्थिति को भी संसद में गंभीरता से उठाया। उन्होंने कहा कि जोमैटो, स्विगी, ओला, उबर, ब्लिंकिट, जैप्टो और अर्बन कंपनी जैसे प्लेटफॉर्म्स के ये डिलीवरी पार्टनर “भारतीय अर्थव्यवस्था के अनदेखे पहिए” हैं, लेकिन इनकी हालत आज भी दिहाड़ी मजदूरों से बदतर है।
उन्होंने कहा कि—
10 मिनट या “जितना जल्दी हो सके” की डिलीवरी नीतियों
➤ ऐप की रेटिंग और इंसेंटिव के दबाव
➤ लॉगआउट या आईडी ब्लॉक होने के डर
➤ की वजह से ये वर्कर लाल बत्ती पार करने, तेजी से गाड़ी चलाने जैसे जोखिम उठाने को मजबूर हो जाते हैं।