Edited By Yaspal,Updated: 17 Nov, 2022 07:48 PM

राजस्थान की विशेष शाखा एसओजी ने उदयपुर-अहमदाबाद रेलखंड पर ओड़ा रेलवे पुल पर शनिवार-रविवार की दरमियानी रात हुये विस्फोट के मामले में एक किशोर सहित तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है, इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति को भी पकड़ा गया है
नेशनल डेस्कः राजस्थान की विशेष शाखा एसओजी ने उदयपुर-अहमदाबाद रेलखंड पर ओड़ा रेलवे पुल पर शनिवार-रविवार की दरमियानी रात हुये विस्फोट के मामले में एक किशोर सहित तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है, इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति को भी पकड़ा गया है जिससे यह विस्फोटक सामग्री खरीदी गई थी। पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एटीएस एवं एसओजी) अशोक राठौड़ ने बृहस्पतिवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि ओड़ा पुल पर हुये विस्फोट के मामले में एसओजी ने धूलचंद मीणा (32), प्रकाश मीणा (18) और एक 17 वर्षीय किशोर को हिरासत में लिया है। उन्होंने बताया कि रेलवे और हिंदुस्तान जिंक ने धूलचंद मीणा की जमीन का 1974-75 और 1980 में अधिग्रहण किया था, जिसके लिये उसको मुआवजा या नौकरी नहीं मिली। उन्होंने बतायसा कि इसके लिये वह लगातार कई साल से प्रयासरत था, लेकिन कहीं से भी कोई मदद नहीं मिलने को कारण इसने (धूलचंद ने) गुस्से में इस घटना को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि धूलचंद की जमीन का मुआवजा न मिलने के कारण उसके मन में रोष था इसी कारण उसने इस घटना को अंजाम दिया है।
अधिकारी ने बताया कि घटना के दिन प्रकाश द्वारा बाइक चलाई गई और किशोर आरोपी उसके साथ था। ट्रेन जाने के बाद उन्होंने दोनों रेलवे ट्रैक्स पर बमनुमा बंडल को रख कर उसमें आग लगा दी । उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों ने अंकुश सुवालका से यह विस्फोटक खरीदे थे थे, जिसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया हैं ।