शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में हिंसक विरोध, भारत ने जारी की एडवाइजरी

Edited By Updated: 19 Dec, 2025 01:47 PM

violent protests erupt in bangladesh after sharif osman hadis death

बांग्लादेश में छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद देशभर में हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे हैं। ढाका समेत कई शहरों में मीडिया दफ्तरों, राजनीतिक कार्यालयों और सार्वजनिक संपत्तियों में तोड़फोड़ हुई। सरकार पर सुरक्षा में नाकामी के आरोप लगे हैं।...

नेशनल डेस्कः बांग्लादेश में छात्र विद्रोह के प्रमुख नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद देशभर में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। राजधानी ढाका समेत कई शहरों में उग्र विरोध प्रदर्शन देखने को मिले, जिनमें मीडिया संस्थानों, राजनीतिक दफ्तरों और सार्वजनिक संपत्तियों को निशाना बनाया गया। बढ़ते आक्रोश के बीच सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है, जबकि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। बांग्लादेश में बिगड़ते हालात को देखते हुए भारतीय उच्चायोग ने शुक्रवार सुबह एक नोटिस जारी कर बांग्लादेश में रह रहे भारतीय नागरिकों और छात्रों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।

कौन थे शरीफ उस्मान हादी?

शरीफ उस्मान हादी का जन्म बांग्लादेश के नलचिटी गांव में हुआ था। वे दक्षिणपंथी इस्लामी संगठन ‘इंकलाब मंच’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता थे। हादी एक राजनीतिक कार्यकर्ता और लेखक के रूप में भी जाने जाते थे। जुलाई–अगस्त 2024 के छात्र-नेतृत्व वाले बड़े आंदोलन के बाद वे एक प्रभावशाली युवा नेता के रूप में उभरे थे।

हादी की मौत कैसे हुई?

ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, इंकलाब मंच के कार्यकर्ता मोहम्मद रफी ने बताया कि 12 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद हादी अपने साथियों के साथ दोपहर का भोजन करने हाईकोर्ट इलाके की ओर जा रहे थे। बिजयनगर पहुंचते ही मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने उन पर गोली चला दी और फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल हादी को सिंगापुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां छह दिन बाद उनकी मौत हो गई।

मौत के बाद कैसे भड़की हिंसा?

हादी की मौत की खबर फैलते ही उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए। ढाका के शाहबाग चौराहे पर बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और सरकार पर हादी की सुरक्षा में नाकामी का आरोप लगाया। हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग के साथ प्रदर्शन तेज होते गए और कई जगहों पर हिंसा भड़क उठी।

हिंसा में क्या-क्या नुकसान हुआ?

प्रदर्शनकारियों ने दो न्यूज चैनलों के कार्यालयों, आवामी लीग के दफ्तर और शेख मुजीबुर्रहमान के घर में तोड़फोड़ की। ढाका को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले एक प्रमुख राजमार्ग को जाम कर दिया गया। दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के चटगांव में एक पूर्व मंत्री के आवास को भी निशाना बनाया गया। बंगाली संस्कृति को बढ़ावा देने वाले प्रमुख केंद्र छायानाट में भी तोड़फोड़ की गई। इसके अलावा कई अन्य स्थानों पर हिंसक घटनाएं सामने आईं।

शव बांग्लादेश कब पहुंचेगा?

इंकलाब मंच के फेसबुक पोस्ट के मुताबिक, हादी के परिजन शुक्रवार दोपहर 3:50 बजे सिंगापुर से उनके शव के साथ रवाना होंगे और शाम करीब 6 बजे बांग्लादेश पहुंचेंगे। इंकलाब मंच ने बताया कि शरीफ उस्मान हादी का अंतिम संस्कार शनिवार को जोहर की नमाज (दोपहर की नमाज) के बाद ढाका के मानिक मियां एवेन्यू में किया जाएगा।

हत्याकांड में आरोपी कौन?

ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने फैसल करीम मसूद को उस शूटर के रूप में चिन्हित किया है जिसने हादी पर गोली चलाई थी। पुलिस और रैपिड एक्शन बटालियन (RAB) के मुताबिक, हमले में इस्तेमाल मोटरसाइकिल उसका साथी आलमगीर शेख चला रहा था। जांच सूत्रों का कहना है कि दोनों संदिग्ध अवैध रूप से सीमा पार कर भारत भाग गए हैं।

14 लोग गिरफ्तार

पुलिस और RAB ने इस मामले में 14 लोगों को हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में फैसल के पिता मोहम्मद हुमायूं कबीर (70), माता मूसा हासी बेगम (60), पत्नी शहीदा परवीन सामिया, बहनोई वाहिद अहमद सिपु और फैसल की प्रेमिका मारिया अख्तर शामिल हैं।

भारत की एडवाइजरी

बांग्लादेश में बिगड़ते हालात को देखते हुए भारतीय उच्चायोग ने शुक्रवार सुबह एक नोटिस जारी कर बांग्लादेश में रह रहे भारतीय नागरिकों और छात्रों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।


 

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