Edited By Seema Sharma,Updated: 16 Sep, 2020 09:14 AM

कोरोना वायरस के कारण देश-दुनिया में हालात काफी खराब रहे। लोगों को ऐसी-ऐसी स्थितियो को सामना करना पड़ा जिसके बारे में उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था। भारत में लगे लॉकडाउन से कई लोगों की जिंदगी पर काफी असर पड़ा। कईयों के जीने का तरीका तक बदल गया। जहां...
नेशनल डेस्कः कोरोना वायरस के कारण देश-दुनिया में हालात काफी खराब रहे। लोगों को ऐसी-ऐसी स्थितियो को सामना करना पड़ा जिसके बारे में उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था। भारत में लगे लॉकडाउन से कई लोगों की जिंदगी पर काफी असर पड़ा। कईयों के जीने का तरीका तक बदल गया। जहां एक तरफ देश के कई हिस्सों से प्रवासी मजदूर भूखे-प्यासे अपने-अपने घर लौट रहे थे, वहीं कई लोग ऐसे भी थे जो इसलिए भूखे रहे ताकि दूसरों का पेट भर सकें। ऐसी ही एक महिला है जो इसलिए भूखी रही ताकि वह 13 कुत्तों का पेट पाल सके। मामला है चेन्नई का जहां एक महिला के पास 13 पालतू कुत्ते हैं। महिला दिनभर में सिर्फ एक टाइम का खाना खाती है ताकि अपने कुत्तों को भरपेट खाना खिला सके।
कुत्तों को पालने के लिए घर-घर जाकर करती है काम
39 साल की मीना चेन्नई के माइलापोर लाला थोटम कालोनी के एक छोटे घर में रहती है। वह घर-घर जाकर कुक और नौकरानी का काम करती है। मीना को कुत्तों से इतना लगाव है कि उसके पास 2-3 नहीं बल्कि 13 पालतू कुत्ते हैं जो उसके साथ उसी घर में रहते हैं। मीना कुत्तों से इतना प्यार करती है कि उसने उनके साथ रहने के लिए आज तक शादी भी नहीं की कि बाद में उनका ख्याल कौन रखेगा। लॉकडाउन में वो जानती थी कि खाने की कमी होगी इसलिए जिन घरों में वो काम करती थी वहां से उसने एडवांस में सैलरी मांगी। उसे सिर्फ दो घरों से एडवांस में पैसे मिले जिससे उसने घर में चावल और कुत्तों का खाना पेडीग्री खरीद कर रख लिया। उसने खुद की खुराक घटा ली ताकि कुत्ते भूखे न रहें। वह दिन में सिर्फ एक समय का खाना खाती है।
मीना ने कहा कि उसने अपने कुत्तों को कभी भूखा नहीं रखा क्योंकि कुत्तों की सेवा करना यानि कि भगवान से जुड़ना है। मीना सुबह से ही घरों में काम करने के लिए निकल जाती है। मीना ने बताया कि उसे खुद खाने का इतना शौक नहीं है। उसे जहां से जो कुछ भी मिलता है, घर आकर अपने कुत्तों के साथ शेयर करके खाती है। मीना ने बताया घर पर ही पाले कुत्ते ही नहीं वह सड़क पर भी मिले कुत्तों को कुछ न कुछ खिलाती रहती है। अब मीना ते खाने-पीने का स्टॉक खत्म हो रहा है, ऐसे में कुछ एनजीओ ने उसे खाने के लिए राशन दिया है। मीना ने बताया कि हालांकि उसे जो राशन मिला है वो कम है लेकिन वो अपने कुत्तों को भूखा नहीं रखेगी चाहे खुद कुछ न खाए।