Edited By Mamta Yadav,Updated: 25 Oct, 2025 01:15 AM

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की किसान हितैषी नीतियों का असर अब आंकड़ों में भी साफ दिखने लगा है। धान खरीद सत्र 2025-26 में किसानों का उत्साह रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। 1 सितंबर से शुरू हुए धान पंजीकरण अभियान में 23 अक्टूबर दोपहर 12...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की किसान हितैषी नीतियों का असर अब आंकड़ों में भी साफ दिखने लगा है। धान खरीद सत्र 2025-26 में किसानों का उत्साह रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। 1 सितंबर से शुरू हुए धान पंजीकरण अभियान में 23 अक्टूबर दोपहर 12 बजे तक 1,37,166 किसानों ने पंजीकरण पूरा कर लिया है। खाद्य एवं रसद विभाग के अनुसार, किसानों की बढ़ती भागीदारी यह दर्शाती है कि योगी सरकार की नीतियों पर ग्रामीण इलाकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है।
4000 क्रय केंद्रों में से 3790 पहले से संचालित
राज्य सरकार ने इस सत्र में 4000 क्रय केंद्रों की स्थापना का लक्ष्य रखा था, जिनमें से 3790 केंद्र पहले से ही सक्रिय हैं। इन केंद्रों पर धान की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर की जा रही है। किसानों को सुविधा देने के लिए सभी केंद्रों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाया गया है।
मोबाइल ऐप से आसान हुआ पंजीकरण
धान बिक्री के लिए किसानों को अब दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और इसे www.fcs.up.gov.in पोर्टल या ‘UP Kisan Mitra’ मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जा सकता है। नई प्रणाली में ओटीपी आधारित एकल पंजीकरण की व्यवस्था लागू है। किसानों को भुगतान सीधे उनके आधार-लिंक्ड बैंक खातों में किया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित हो रही है।
पश्चिमी यूपी में खरीद जारी, पूर्वी यूपी में 1 नवंबर से शुरुआत
मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, आगरा, अलीगढ़ और झांसी मंडलों में 1 अक्टूबर से खरीद प्रक्रिया जारी है। वहीं लखनऊ मंडल के हरदोई, लखीमपुर खीरी और सीतापुर में भी खरीद तेज़ी से हो रही है। इन मंडलों में 23 दिनों के भीतर 35.63 हज़ार मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीद की जा चुकी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, गोरखपुर, देवीपाटन, बस्ती, आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर और प्रयागराज मंडलों में खरीद 1 नवंबर से 28 फरवरी 2026 तक चलेगी।
- एमएसपी में बढ़ोतरी और त्वरित भुगतान
- योगी सरकार ने इस वर्ष धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की है।
- सामान्य धान: ₹2369 प्रति क्विंटल
ग्रेड-ए धान: ₹2389 प्रति क्विंटल
सरकार ने निर्देश दिए हैं कि खरीद के 48 घंटे के भीतर किसानों को भुगतान कर दिया जाए। सभी केंद्र सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुले रहेंगे। साथ ही, 17% तक नमी वाला धान खरीद के लिए पात्र रहेगा।
किसानों के विश्वास की नई मिसाल
सरकार के अनुसार, यह रुझान बताता है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में विश्वास और पारदर्शिता बढ़ रही है। किसान अब डिजिटल व्यवस्था और समयबद्ध भुगतान से संतुष्ट हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें सुविधाजनक व्यवस्था देने के लिए लगातार प्रतिबद्ध है।
जानिए, मुख्य कारण
- 1.37 लाख किसानों ने धान बिक्री के लिए पंजीकरण कराया
- 4000 में से 3790 क्रय केंद्र पहले से चालू
- ऑनलाइन व ओटीपी आधारित पंजीकरण प्रणाली लागू
- एमएसपी में वृद्धि: ₹2369 (सामान्य), ₹2389 (ग्रेड-ए)
- पश्चिमी यूपी में खरीद जारी, पूर्वी यूपी में 1 नवंबर से शुरुआत
- किसानों को भुगतान 48 घंटे के भीतर