Edited By Taranjeet Singh,Updated: 20 Sep, 2020 10:36 PM
देशभर में खेती ऑर्डीनैंस, जो अब बिल पास हो चुके हैं, के खिलाफ भड़के किसान आंदोलन में अब भूमिहीन मजदूर भी कंधा लगाने को तैयार हैं। पंजाब में उभरे किसान संघर्ष का समर्थन करते पंजाब के 5 मजदूर संगठनों पर आधारित ‘ग्रामीण और खेत मजदूर संगठनों के सांझे...
चंडीगढ़, (रमनजीत): देशभर में खेती ऑर्डीनैंस, जो अब बिल पास हो चुके हैं, के खिलाफ भड़के किसान आंदोलन में अब भूमिहीन मजदूर भी कंधा लगाने को तैयार हैं। पंजाब में उभरे किसान संघर्ष का समर्थन करते पंजाब के 5 मजदूर संगठनों पर आधारित ‘ग्रामीण और खेत मजदूर संगठनों के सांझे मोर्चे’ ने 25 सितम्बर के पंजाब बंद का समर्थन करते हुए गांवों कस्बों में केंद्र सरकार की अॢथयां फूंक कर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
सांझे मोर्चे में देहाती मजदूर सभा पंजाब, ग्रामीण मजदूर यूनियन पंजाब, क्रांतिकारी ग्रामीण मजदूर यूनियन, पंजाब खेत मजदूर यूनियन और ग्रामीण मजदूर यूनियन क्रांतिकारी शामिल हैं। इन संगठनों के प्रांतीय नेताओं गुरनाम सिंह दाऊद, तरसेम पीटर, बलवंत मखू, जोरा सिंह नसराली, संजीव मिंटू और लछमण सिंह सेवेवाला ने कहा कि बी.जे.पी. और गठजोड़ पाॢटयों की तरफ के पास किए खेती कानून जहां छोटे और दरमियाने किसानों के लिए तबाहकुन्न हैं, वहां देश के दूसरे मेहनतकश वर्गों खासकर मजदूर वर्ग के लिए बेहद घातक हैं। मजदूरों का सांझा मोर्चा इन कानूनों का सख्त विरोध करते, इनको रद्द करने की मांग करते किसानों के साथ सहमति प्रकट करेगा।