Edited By Priyanka rana,Updated: 02 Dec, 2019 10:15 AM
पंजाब वक्फ बोर्ड में एक बार फिर करोड़ों रुपए का घोटाला सामने आया है।
जालंधर(मजहर) : पंजाब वक्फ बोर्ड में एक बार फिर करोड़ों रुपए का घोटाला सामने आया है। वक्फ बोर्ड के सी.ई.ओ. आई.ए.एस. अधिकारी शौकत अहमद पारे ने इस घोटाले का पर्दाफाश करते हुए खरड़ के एस्टेट ऑफिसर मोहम्मद रिजवान को तुरंत प्रभाव से सस्पैंड कर दिया है।
जानकारी के अनुसार यह मामला 2015 का है जिसमें खरड़ एन.एच.ए. में दी गई जमीन के एवज में वक्फ बोर्ड को करीब 12 करोड़ रुपए मिलने थे। वक्फ बोर्ड के ही एक अधिकारी ने पैसों के मामले को जानबूझ कर उलझा दिया था। इसके बाद अदालत का फैसला वक्फ बोर्ड के खिलाफ आया, जिसे खरड़ एस्टेट ऑफिसर मोहम्मद रिजवान ने अदालत में मजबूती से बोर्ड का पक्ष नहीं रख सके थे।
उन्होंने पट्टेदारों से मिलकर ठोस सबूत भी अदालत में पेश नहीं किए, जिसकी वजह से कोर्ट ने 12 करोड़ में से 3 चौथाई राशि पट्टेदार को देने का आदेश सुना दिया था, जबकि इसके उलट तीन चौथाई राशि वक्फ बोर्ड को मिलनी थी।
रुके पैसे वक्फ बोर्ड के खजाने में लाएंगे :
सी.ई.ओ. ने कहा कि अभी तक बोर्ड को लगभग 6.5 करोड़ रुपए एस.डी.एम. खरड़ के माध्यम से मिल चुके हैं। 3.5 करोड़ रुपए रिलीज होने वाले ही थे कि समय रहते उन्होंने उसे पकड़ लिया। उन्होंने कहा कि अब अदालत में अपना पक्ष रख कर रुके पैसे भी वक्फ बोर्ड के खजाने में वापस लाएंगे। वहीं, तथ्य छुपाने की वजह से बोर्ड को करोड़ों का नुक्सान हुआ है। इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं, जिस पर एक जांच चल रही है।