Edited By ,Updated: 19 May, 2023 03:45 AM
कुछ समय पहले तक सुविधा व सम्मान की दृष्टि से बसों-रेलगाडिय़ों की तुलना में विमान यात्रा को अधिक सुरक्षित माना जाता था। इनमें यात्रियों को किसी प्रकार का खतरा नहीं होता था परंतु अब हालात बदल रहे हैं और विमानों में भी झगड़ा, एयर होस्टैसों से छेड़छाड़,...
कुछ समय पहले तक सुविधा व सम्मान की दृष्टि से बसों-रेलगाडिय़ों की तुलना में विमान यात्रा को अधिक सुरक्षित माना जाता था। इनमें यात्रियों को किसी प्रकार का खतरा नहीं होता था परंतु अब हालात बदल रहे हैं और विमानों में भी झगड़ा, एयर होस्टैसों से छेड़छाड़, चोरी-छिपे धूम्रपान आदि बुराइयां शुरू हो गई हैं। गत एक सप्ताह के भीतर ऐसी 2 घटनाएं सामने आई हैं।
13 मई को दुबई से अमृतसर पहुंची ‘इंडिगो’ की फ्लाइट में सवार यात्री को शराब के नशे में विमान में हुल्लड़बाजी करने, चालक दल के सदस्यों पर चिल्लाने और एयर होस्टैस से छेड़छाड़ करने के आरोप में पकड़ा गया। और अब 16 मई को बेंगलुरु पुलिस ने ‘अकासा एयरलाइंस’ के विमान में अहमदाबाद से बेंगलुरु जा रहे एक यात्री को विमान के शौचालय में बीड़ी पीने के आरोप में पकड़ कर बेंगलुरु हवाई अड्डों की पुलिस को सौंपा गया है। इससे पहले इसी वर्ष 10 मार्च को ‘एयर इंडिया’ की लंदन-मुम्बई उड़ान में एक यात्री टायलैट में सिगरेट पीता पकड़ा गया था।
आमतौर पर विमानों में यात्रा करने वालों को समाज के शिक्षित और संभ्रांत वर्ग से संबंधित समझा जाता है, ऐसे में उनके द्वारा ऐसा आचरण करना कदापि उचित नहीं कहा जा सकता। एक अधिकारी के अनुसार विमान में बैठने से पहले हर यात्री की सुरक्षा जांच होती है। उस दौरान सिगरेट या बीड़ी पीने का पता न लगा पाना बड़ी सुरक्षा चूक है। अत: इस गंभीर लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। यदि इस तरह की चूकों को रोकने के लिए तुरंत कठोर कदम न उठाए गए तो ये किसी समय भारी नुक्सान का कारण भी बन सकती हैं।—विजय कुमार