Edited By ,Updated: 15 Nov, 2023 04:26 AM
आज देश में जहां एक ओर भ्रष्टाचार और महंगाई ने लोगों का जीना दूभर कर रखा है, वहीं दूसरी ओर समाज विरोधी तत्वों एवं विभिन्न माफियाओं द्वारा हिंसा तथा रक्तपात लगातार जारी है। इनके हौसले इतने बढ़ चुके हैं कि वे अपने मार्ग में बाधा बनने वाले किसी भी...
आज देश में जहां एक ओर भ्रष्टाचार और महंगाई ने लोगों का जीना दूभर कर रखा है, वहीं दूसरी ओर समाज विरोधी तत्वों एवं विभिन्न माफियाओं द्वारा हिंसा तथा रक्तपात लगातार जारी है। इनके हौसले इतने बढ़ चुके हैं कि वे अपने मार्ग में बाधा बनने वाले किसी भी व्यक्ति की हत्या करने और अन्य तरीकों से उसे क्षति पहुंचाने में संकोच नहीं करते।
* 14 नवम्बर को जमुई (बिहार) में गढ़ी थाना क्षेत्र में रेत माफिया के गुंडों ने सड़क पर चैकिंग कर रहे पुलिस कर्मियों पर अवैध रूप से खदान की गई रेत से लदी ट्रैक्टर ट्राली चढ़ा दी, जिससे एक सब-इंस्पैक्टर प्रभात रंजन की मौत तथा एक अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया।
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने उक्त घटना के बारे में यह कह कर विवाद खड़ा कर दिया है कि ‘‘यह कोई नई घटना है क्या? यह घटना क्या पहली बार हुई है। इससे पहले कभी नहीं हुई? उत्तर प्रदेश में नहीं होता है? मध्य प्रदेश में नहीं होता है?’’
* 6 नवम्बर को ‘डोड्डाकलासंद्रा’ (कर्नाटक) के ‘कुवेम्पु नगर’ में अवैध खनन माफिया के ठिकानों पर छापेमारी और कार्रवाई करने वाली महिला अधिकारी के.एस. प्रतिमा की गला रेत कर हत्या कर दी गई।
* 1 नवम्बर को औरंगाबाद (बिहार) के ‘खैरा’ थाना क्षेत्र में अवैध रेत से लदी ट्रैक्टर ट्राली रोकने पर माफिया के सदस्यों ने एक होमगार्ड रामराज महतो को जान से मार डाला और ट्रैक्टर ट्राली लेकर फरार हो गए।
* 26 सितम्बर को कोट्टायम (केरल) में नशे के एक व्यापारी के यहां छापा मारने पहुंचे नशा विरोधी टीम के सदस्यों पर उसके सिखाए हुए 13 कुत्तों ने हमला कर दिया।
* 29 अगस्त को चूरू (राजस्थान) के गांव ‘कैलास’ में शराब माफिया के गुर्गों ने एक युवक का अपहरण करके नंगा करने के बाद बैंत मार-मार कर उसे लहूलुहान कर दिया।
* 23 अगस्त को भोपाल (मध्य प्रदेश) के ‘अयोध्या नगर’ में शराब के कारोबार से जुड़े माफियाओं ने देर रात शराब की खुली दुकान बंद करवाने गए कल्याण सिंह नामक पुलिस कांस्टेबल को दौड़ा-दौड़ा कर डंडों से पीटा।
* 25 जुलाई को मोतीहारी (बिहार) के ‘झरोखर’ गांव में पुलिस चौकी से मात्र 500 मीटर की दूरी पर छापेमारी करने गई पुलिस की टीम पर शराब माफिया के गुर्गों ने लाठी-डंडों और ईंट-पत्थरों से हमला करके हृदय नारायण नामक एक होमगार्ड जवान को मार डाला।
* 20 जुलाई को सतलुज दरिया के किनारे अवैध खनन रोकने गई माछीवाड़ा (पंजाब) पुलिस टीम पर हमला करके उसके कब्जे से रेत से भरी ट्राली तथा गिरफ्तार किए गए आरोपी को छुड़ा कर ले जाने के आरोप में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
* 27 मई को बीड (महाराष्ट्र) जिले में अवैध खनन कर रेत ले जा रहे एक बिना नंबर के डम्पर ट्रक के चालक ने पीछा कर रही जिला कलैक्टर ‘दीपा मुदोई-मुंडे’ को कुचलने की कोशिश की तथा उनकी कार को टक्कर मार दी।
* 14 मार्च को राजसमंद (राजस्थान) जिले में रेत माफिया ने अवैध खनन का विरोध करने पर एक युवक की ट्रैक्टर से कुचल कर हत्या कर दी।
* 1 मार्च को सूरजपुर (राजस्थान) जिले के ‘भयाथान’ भाजयुमो मंडल अध्यक्ष अमन प्रताप सिंह पर सरियों और लोहे की छड़ों से लैस रेत माफिया ने हमला करके उसके दोनों पैर तोड़ डाले।
* 6 जनवरी को नारायणगढ़ (हरियाणा) में खनन माफिया ने हमला करके खनन विभाग की टीम को रौंदने का प्रयास किया।
* 1 जनवरी को मुजफ्फरपुर (बिहार) के ‘मुरौल’ में छापेमारी करने पहुंची एक्साइज विभाग की टीम पर हमला करके शराब माफिया के गुंडों ने एक सिपाही दीपक कुमार को पकडऩे के बाद उसे नदी में डुबो कर मार डाला।
उक्त घटनाओं से स्पष्टï है कि आज विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय माफिया की गतिविधियां और हिम्मत इस कदर बढ़ चुकी है कि आम आदमी ही नहीं, बल्कि प्रशासन भी माफिया के हाथों बंधुआ बन कर रह गया है।
अत: माफिया के विरुद्ध कड़ा अभियान छेडऩे और उनके विरुद्घ कड़ी कार्रवाई किए बगैर इस समस्या का हल संभव नहीं।—विजय कुमार