कैसे सार्थक हो श्री राम की अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा?

Edited By ,Updated: 22 Jan, 2024 05:43 AM

how should shri ram s life consecration in ayodhya be meaningful

हर राष्ट्र के इतिहास में कोई पल ऐसा आता है जो मील का पत्थर बन जाता है। आज पूरी दुनिया के सनातन धर्मी ङ्क्षहदुओं के जीवन में वह क्षण आया है जब जन-जन के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की जन्मस्थली व राजधानी अयोध्या जी पूरे वैभव के साथ विश्व...

हर राष्ट्र के इतिहास में कोई पल ऐसा आता है जो मील का पत्थर बन जाता है। आज पूरी दुनिया के सनातन धर्मी हिंदुओं के जीवन में वह क्षण आया है जब जन-जन के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की जन्मस्थली व राजधानी अयोध्या जी पूरे वैभव के साथ विश्व के मानचित्र पर सदियों बाद पुन: प्रगट हुई है। इसलिए देश और विदेश में रहने वाले हिंदुओं के मन उल्लास से भरे हैं। 

यह सही है कि श्रीराम जन्मभूमि पर से बाबरी मस्जिद को हटाने में सदियों से हजारों लोगों ने बलिदान दिया और सैंकड़ों ने इस आंदोलन में अपनी क्षमता अनुसार महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पर पूरी अयोध्या नगरी को जो भव्य रूप आज मिला है वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल्पनाशीलता और दृढ़ इच्छा शक्ति का परिणाम है। 

इसलिए मोदी जी की आलोचना करने वालों की बात का भाजपा समर्थक हिंदू समाज पर वैसा असर नहीं पड़ रहा जैसी उनकी अपेक्षा रही होगी। इसका अर्थ यह नहीं कि जिन मुद्दों को विपक्ष के नेता उठा रहे हैं वे कम महत्वपूर्ण हैं। नि:संदेह देश के युवाओं के लिए बेरोजगारी विकराल रूप धारण करके खड़ी हुई है। दस बरस पहले मोदी जी ने हर वर्ष 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वायदा किया था। यानी अब तक 20 करोड़ युवाओं को रोजगार मिल जाना चाहिए था। जबकि आज भारत में बेरोजगारी की दर पिछले 45 वर्षों में सबसे ज्यादा है। 

ऐसे ही अन्य मुद्दे भी हैं जिनको लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। विपक्ष का यह भी आरोप है कि मंदिर निर्माण पूरा हुए बिना ही इतना भव्य उद्घाटन करने का उद्देश्य केवल 2024 का लोकसभा चुनाव जीतना है। इसलिए विपक्ष के नेता इसे राजनीतिक कार्यक्रम मान रहे हैं और इसलिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के न्यौते पर 22 तारीख को अयोध्या नहीं गए। उनका कहना है कि भगवान श्री राम के दर्शन करने वे अपनी श्रद्धा अनुसार भविष्य में अवश्य जाएंगे। 

विपक्ष का यह आरोप सही है कि आज का कार्यक्रम लोकसभा के चुनाव की दृष्टि से आयोजित किया गया है। पर इसमें अनहोनी बात क्या है? लोकतंत्र में हर राजनेता जो कुछ करता है वह वोटों पर नजर रख कर ही करता है। कांग्रेस के शासन काल में भी ऐसे अनेक बड़े आयोजन हुए या फैसले लिए गए जिनकी उस समय यही उपयोगिता थी कि उनसे कांग्रेस को वोट जुटाने में मदद मिले। अभी पिछले ही हफ्ते हिंदुओं के चार धामों में से एक जगन्नाथ पुरी में जगन्नाथ जी के मंदिर के नए बने भव्य कॉरिडोर का उद्घाटन बीजू जनता दल के नेता और ओडिशा के मुख्य मंत्री नवीन पटनायक ने किया। नि:संदेह उनका यह प्रयास दुनिया भर के सनातन धर्मियों, विशेषकर भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों को आह्लादित करने वाला है। पर परोक्ष रूप से उद्देश्य तो इसका भी ओडिशा का चुनाव जीतना है, जो इस वर्ष के अंत में होने वाला है।

अयोध्या का यह विकास भारत के सनातन धर्मियों की आस्था के साथ ही हमारी सांस्कृतिक अस्मिता से भी जुड़ा हुआ है। पर उत्साह के अतिरेक में हमें अपनी भावनाओं को गलत दिशा में जाने से रोकना होगा। अन्यथा हमारी बयानबाजी और ट्विटरबाजी सनातन धर्म के लिए आत्मघाती होगी। जिस तरह ह्वाट्सऐप यूनिवर्सिटी के प्रभाव में आकर अशोभनीय तरीके से सनातन धर्म के आधारस्तम्भ परम श्रद्धेय शंकराचार्यों पर तथ्यहीन और छिछली टिप्पणियां की जा रही हैं, उनके घातक परिणाम भविष्य में सामने आएंगे।

आदरणीय शंकराचार्यों द्वारा आज की जा रही कुछ टिप्पणियों को भी इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए। वैसे भी बिना किसी संगठन के, बिना राजनीतिक कार्यकत्र्ताओं की फौज के और बिना मीडिया के प्रोपेगंडा के 500 वर्ष पहले भगवान श्रीराम को भारत के हर घर में पहुंचाने का काम गोस्वामी तुलसीदास जी ने श्रीरामचरितमानस लिख कर किया था। इसलिए भी भाजपा व संघ के नेतृत्व को गोस्वामी तुलसीदास जी का सम्मान करते हुए और भारत की सनातन परम्परा का निर्वाह करते हुए अपनी आलोचना को उदारता से स्वीकार करना चाहिए और जहां उनकी कमी हो उसे सुधारने का प्रयास करना चाहिए। तभी सार्थक होगी भगवान श्री राम की अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा। फिलहाल प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर सबको बधाई।-विनीत नारायण
     

Related Story

    Trending Topics

    IPL
    Chennai Super Kings

    176/4

    18.4

    Royal Challengers Bangalore

    173/6

    20.0

    Chennai Super Kings win by 6 wickets

    RR 9.57
    img title
    img title

    Be on the top of everything happening around the world.

    Try Premium Service.

    Subscribe Now!