Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Oct, 2025 10:39 AM

चालू वित्त वर्ष में कॉरपोरेट कर संग्रह में मजबूती और रिफंड में कमी के चलते केंद्र सरकार का शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (Net Direct Tax Collection) तेजी से बढ़ा है। 12 अक्टूबर तक प्रत्यक्ष कर संग्रह 6.33 प्रतिशत बढ़कर 11.89 लाख करोड़ रुपए से अधिक पहुंच...
बिजनेस डेस्कः चालू वित्त वर्ष में कॉरपोरेट कर संग्रह में मजबूती और रिफंड में कमी के चलते केंद्र सरकार का शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (Net Direct Tax Collection) तेजी से बढ़ा है। 12 अक्टूबर तक प्रत्यक्ष कर संग्रह 6.33 प्रतिशत बढ़कर 11.89 लाख करोड़ रुपए से अधिक पहुंच गया है। वहीं, इस अवधि में जारी किए गए रिफंड 16 प्रतिशत घटकर 2.03 लाख करोड़ रुपए रह गए।
आंकड़ों के अनुसार, 1 अप्रैल से 12 अक्टूबर के बीच शुद्ध कॉरपोरेट कर संग्रह लगभग 5.02 लाख करोड़ रुपए रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 4.92 लाख करोड़ रुपए था। वहीं, गैर-कॉरपोरेट कर संग्रह 6.56 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया, जो पिछले साल 5.94 लाख करोड़ रुपए था। प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) संग्रह भी मामूली बढ़ोतरी के साथ 30,878 करोड़ रुपए रहा।
रिफंड समायोजित करने से पहले सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 13.92 लाख करोड़ रुपए से अधिक दर्ज किया गया, जो सालाना आधार पर 2.36 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष (2025-26) के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह का लक्ष्य 25.20 लाख करोड़ रुपए रखा है, जो पिछले साल की तुलना में करीब 12.7 प्रतिशत अधिक है।