Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Sep, 2021 04:56 PM
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि महामारी से उत्पन्न अवसरों का लाभ उठाने के लिए सरकार का उद्योग जगत पर भरोसा जरूरी है और यह देश को एक पीढ़ी आगे ले जा सकता है। सीतारमण ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा...
बिजनेस डेस्कः केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि महामारी से उत्पन्न अवसरों का लाभ उठाने के लिए सरकार का उद्योग जगत पर भरोसा जरूरी है और यह देश को एक पीढ़ी आगे ले जा सकता है। सीतारमण ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि महामारी से जो अवसर सृजित हुए हैं उनका लाभ उठाने के लिए सरकार का उद्योगों पर भरोसा महत्वपूर्ण है और यह सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों में स्पष्ट दिखाई देता है।
उन्होंने उद्योग जगत से निरंतर प्राप्त प्रतिक्रिया और इनपुट का स्वागत करते हुए कहा कि उद्योग के साथ चल रहे संवादों ने सरकार को कई कार्रवाई करने में सक्षम बनाया है। उन्होंने महामारी से निपटने के लिए सरकार की रणनीति के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि एक तरफ टीकाकरण में तेजी लाने पर ध्यान दिया जा रहा है क्योंकि यह महामारी के खिलाफ बड़ी सुरक्षा है। वहीं, दूसरी ओर सरकार निजी क्षेत्र के सहयोग से टियर दो और टियर तीन शहरों सहित स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने पर काम कर रही है।
वित्त मंत्री ने एक बार फिर दुहराया कि सरकार की घोषित विनिवेश योजना पटरी पर है। साथ ही बजट में घोषित विकास वित्त संस्थान शीघ्र शुरू हो जाएगा। उन्होंने इस बात पर भी संतोष व्यक्त किया कि तरलता अब चिंता का विषय नहीं रहा है। 15 अक्टूबर से जरूरतमंद लोगों तक ऋण की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिन्हें इसकी आवश्यकता है। इससे पूर्व सीआईआई के अध्यक्ष टी. वी. नरेंद्रन ने अर्थव्यवस्था पर सीआईआई के द्दष्टिकोण को साझा करते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दर का 20.1 प्रतिशत रहना अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने का स्पष्ट संकेत है। उन्होंने कहा कि यदि टीकाकरण की मौजूदा गति को कायम रखा गया और महामारी की कोई और लहर नहीं आई तो सीआईआई को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2021-22 में आर्थिक विकास दर कम से कम 9.5 प्रतिशत तक रहेगी।