Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Nov, 2025 04:33 PM

अक्टूबर महीने में 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 20 में जीएसटी संग्रह में गिरावट दर्ज की गई है। यह वित्त वर्ष 2026 में किसी एक महीने का सबसे कमजोर प्रदर्शन रहा है। इसकी मुख्य वजह जीएसटी 2.0 लागू होने के बाद कारोबारियों द्वारा दरों में...
नई दिल्लीः अक्टूबर महीने में 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 20 में जीएसटी संग्रह में गिरावट दर्ज की गई है। यह वित्त वर्ष 2026 में किसी एक महीने का सबसे कमजोर प्रदर्शन रहा है। इसकी मुख्य वजह जीएसटी 2.0 लागू होने के बाद कारोबारियों द्वारा दरों में किए गए समायोजन को माना जा रहा है।
अक्टूबर में राज्य जीएसटी संग्रह में सिर्फ 2 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि कुल जीएसटी 4.6 फीसदी बढ़ा। वित्त वर्ष की पहली छमाही में जहां कर संग्रह मजबूत रहा, वहीं अब इसकी गति धीमी हो गई है। मई में जीएसटी संग्रह की सालाना वृद्धि दर 13 फीसदी तक पहुंच गई थी।
हिमाचल प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में अक्टूबर के दौरान राज्य जीएसटी संग्रह में गिरावट दर्ज हुई। वहीं हरियाणा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और गुजरात जैसे बड़े राज्यों में कर संग्रह लगभग स्थिर रहा।
इसके उलट कर्नाटक और तेलंगाना में अक्टूबर में जीएसटी संग्रह में 10 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। अधिकारियों का कहना है कि दरों में कटौती की उम्मीद के चलते सितंबर में कई कारोबारियों ने बिक्री और बिलिंग को रोके रखा, ताकि ग्राहक कम कर दर का सीधा लाभ ले सकें। इस वजह से अक्टूबर के आंकड़ों पर असर दिखा।